कानपुर के कर्नलगंज में युवक की दिनदहाड़े लोहे की रॉड से पीट-पीट कर हत्या में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस ने दो दिन पहले मृतक और आरोपी से हुई मारपीट के मामले में सिर्फ एकतरफा कार्रवाई की थी। मारपीट का बदला लेने के लिए आरोपी ने हॉस्पिटल से घर पहुंचते ही अपने परिवार के साथ युवक को घर से खींचकर बीच मोहल्ले में पीट-पीटकर मार डाला। इसके बाद मौके से फरार हो गए। पुलिस ने चार आरोपियों को हिरासत में लिया है।
कर्नलगंज रेलवे लाइन हिन्दु कब्रिस्तान के पास रहने वाले संजीव श्रीवास्तव उर्फ भोलू (27) की पड़ोसियों ने पीट-पीट कर रविवार शाम को हत्या कर दी। मृतक की भाभी उर्मिला ने बताया कि तीन साल पहले हत्या के आरोपी दयाराम ने मेरे पूरे परिवार को पीटा और मेरी आंख में रॉड से वार कर दिया था।
इसके बाद से दोनों परिवारों में तनातनी बनी रहती थी। दो दिन पहले आंख के डॉक्टर को दिखाकर अपने पति जितेंद्र के साथ घर लौट रही थी। इस दौरान घर के दरवाजे पर मौजूद दयाराम ने धमकाते हुए गाली-गलौज शुरू कर दी। कहा कि अभी एक आंख फोड़ी है, दूसरी भी फोड़ देंगे।
इससे गुस्साए उर्मिला के पति जितेंद्र और बेटे विजय ने दयाराम को पीटा था। इसके बाद दोनों परिवारों के बीच जमकर मारपीट हुई थी। कर्नलगंज थाने की पुलिस ने मारपीट में घायल दयाराम की तहरीर पर FIR दर्ज करके जितेंद्र और उसके बेटे विजय को जेल भेज दिया था। इधर मारपीट में घायल दयाराम के सिर पर खून सवार था।
अस्पताल से घर आते ही दयाराम ने अपने भाई और भतीजों के साथ जितेंद्र के छोटे भाई संजीव श्रीवास्तव उर्फ भोलू को घर से खींचकर बाहर निकाला और लोहे की रॉड से बीच मोहल्ले में पीट-पीट कर मार डाला।
ACP कर्नलगंज अकमल खान ने बताया कि हत्याकांड के मामले में मृतक भोलू के परिजनों की तहरीर पर मोहल्ले में रहने वाले अशोक, अभिषेक, दयाराम, दुर्गा और रितेश के खिलाफ हत्या की FIR दर्ज की है। हत्याकांड का मुख्य आरोपी फरार है। जबकि अन्य चार को पुलिस ने नजदीकियों के घर से सर्विलांस की मदद से अरेस्ट कर लिया।
मृतक के परिजन और मोहल्ले के लोगों ने बताया कि हत्या के आरोपी काफी दबंग हैं। आए दिन मोहल्ले के लोगों से मारपीट करना आम बात है। दो दिन पहले भी भोलू के परिवार से मारपीट हुई थी। कर्नलगंज थाने की पुलिस ने बगैर मारपीट वजह जाने सिर्फ दयाराम की चोट देखकर एकतरफा कार्रवाई करते हुए मृतक यानी भोलू के भाई और भतीजे को जेल भेज दिया था। मारपीट से झल्लाए दयाराम ने मौका पाते ही भोलू को घर से खींचकर बीच मोहल्ले में लोहे की रॉड से पीट-पीट कर मार डाला।
मृतक की पत्नी रेखा रोते हुए सिर्फ यही बोल रही थीं कि पुलिस की लापरवाही से मेरा तो पूरा परिवार ही उजड़ गया। अब वह और उसके 10 साल का बेटा राशि और 6 साल का रौनक किसके सहारे जीएंगे। मृतक का एक भाई धर्मेंद्र गांव में रहता है। जबकि जितेंद्र साथ में रहता है। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के चलते धर्मेंद्र का अपने घर का खर्च चलाना मुश्किल रहता है। भाई के परिवार का भरण-पोषण बड़ी चुनौती होगी।