क्रिप्टो करेंसी कंपनियों के अधिकारियों को उम्मीद थी कि एक वर्ष तक लगे जबर्दस्त आघातों के बाद 2023 में नई शुरुआत होगी। इसकी बजाय अमेरिकी सरकार इंडस्ट्री के खिलाफ कठोर कदम उठा रही है। पिछले माह सिक्योरिटीज एक्सचेंज कमीशन (एसइसी) ने क्रिप्टो लेंडिंग कंपनियों के खिलाफ जुर्माना लगाया है।
फेडरल बैंकिंग अधिकारियों द्वारा जारी नीतियों के तहत क्रिप्टो कंपनियों के लिए फाइनेंस सिस्टम की मुख्य धारा में भागीदारी करना मुश्किल बनाया गया है। पिछले सप्ताह दो बड़ी क्रिप्टो कंपनियों पर राज्य और फेडरल नियामक एजेंसियों ने दबाव बढ़ाया है। डिजिटल कॉइन जारी करने वाली एक नई कंपनी के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया है। इससे संकेत मिलते हैं कि अमेरिकी सरकार क्रिप्टोकरेंसी के खतरों से निपटने पर ध्यान दे रही है। ब्लॉकचेन एसोसिएशन के डायरेक्टर क्रिस्टीन स्मिथ कहते हैं, यह क्रिप्टो कारपेट बॉम्बिंग है।
पिछले साल नवंबर में क्रिप्टो एक्सचेंज एफटीएक्स के रातों-रात ढहने के बाद नियामक एजेंसियों पर कार्यवाही के लिए दबाव बढ़ा था। एक्सचेंज के फाउंडर सैम बैंकमैन फ्रीड पर धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा चल रहा है। इंडस्ट्री के खिलाफ कार्यवाही ने पिछले माह तेजी पकड़ी है।
एसइसी ने क्रिप्टो लेंडर नेक्सो पर 370 करोड़ रुपए का जुर्माना किया है। एक अन्य कंपनी जेनेसिस पर गैर रजिस्टर्ड सिक्योरिटी जारी करने का आरोप लगाया है। पिछले सप्ताह एसइसी ने क्रेकेन क्रिप्टो एक्सचेंज से अपने इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट अमेरिकी मार्केट से हटाने का करार किया है। स्टेबलकॉइन जारी करने वाली कंपनी पेक्सोस को नियम तोड़ने के लिए चेतावनी दी गई है। डिजिटल कॉइन लूना और टेरायूएसडी बनाने वाली कंपनी टेराफॉर्म लैब्स पर एसइसी ने मुकदमा दायर किया है।
अमेरिका के तीन प्रमुख फाइनेंस रेगुलेटरों ने बैंकिग संस्थानों को पत्र भेजकर आगाह किया है कि वे क्रिप्टोकरेंसी से लेनदेन में सावधानी बरतें। फेडरल रिजर्व ने क्रिप्टो कंपनी कस्टोडिया बैंक को सेंट्रल बैंक के पेमेंट सिस्टम से जुड़ने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। इंडस्ट्री के एक वकील ने कंपनियों को लंबी कानूनी लड़ाई के लिए तैयार रहने की सलाह दी है।