बदमाशों ने चाचा-भतीजे को मारी 7 गोलियां…

 

अमेठी में सोमवार देर रात बाइक सवार बदमाशों ने पूर्व प्रधान और उसके चाचा संग्रह अमीन की गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए। परिजनों ने गांव के 6 लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। जिसमें से 7 नामजद और 2 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। गांव में तनाव को देखते हुए कई थानों की पुलिस को तैनात किया गया है। इस वारदात में चुनावी रंजिश की बात सामने आ रही है।

मामला मुसाफिरखाना थाना क्षेत्र के भददौर गांव का है। यहां के रहने वाले संग्रह अमीन सुरेश यादव अपने भतीजे पूर्व प्रधान बृजेश यादव और एक अन्य व्यक्ति शुभम वर्मा के साथ शादी समारोह से लौट रहे थे। ये लोग बोलेरो से घर लौट रहे थे। जैसे ही इनकी गाड़ी दादरा रोड पर दुर्गा मास्टर के भट्टे के पास पहुंची।

यहां पर पहले से घात लगाए बैठे दो बाइक सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। इस दौरान पूर्व प्रधान को 2 और अमीन को 5 गोली लग गई। ‌वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश तमंचा लहराते भाग गए।

घटना की सूचना मिलते ही कई थानों की फोर्स के साथ पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। चाचा-भतीजे को आनन-फानन में मुसाफिरखाना सीएचसी ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। वहीं बोलेरो में मौजूद तीसरा व्यक्ति शुभम वर्मा बाल-बाल बच गया। इस मामले में शुभम कुछ भी बोलना नहीं चाह रहा है। वह बार-बार कह रहा है कि वो लोग मुझे भी मार देंगे। इस वजह से वह आरोपियों के खिलाफ कुछ नहीं बोल रहा है।

मृतक बृजेश के भाई दुर्गेश यादव ने बताया, “जलालुद्दीन के परिवार से पिछले 10 सालों से चुनावी रंजिश चली आ रही है। 2015 में इसने चाचा और भाई पर हमला करवाया था। तब चाचा के बाएं हाथ में गोली लगी थी। उस वक्त पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी। हम लोग कागजी कार्रवाई कर सीओ और कोतवाल के साइन भी कराए थे, लेकिन आज तक सुरक्षा नहीं मिली।”

दुर्गेश ने कहा, ”जान को खतरा बताकर कई बार प्रशासन से शिकायत की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। आखिरकार वही हुआ, जिसका डर था। प्रशासन ने शस्त्रों के लाइसेंस पास नहीं कराए, एक गनर की भी व्यवस्था करने का प्रार्थना पत्र दिया था। लेकिन, कुछ नहीं हुआ। अंत में मुझे अपना भाई और चाचा को गंवाना पड़ा। आज मेरे घर पर दो लाशें गिरी हैं।”

ग्रामीणों ने भी इस डबल मर्डर के पीछे गांव की चुनावी रंजिश को ही बताया है।

SP ने बताया कि परिजनों ने 5 नामजद और 2 अज्ञात के खिलाफ थाने में तहरीर दी है। नामजद में जमालुद्दीन, मोइनुद्दीन, राहुल यादव, संजय यादव वसीर खान हैं। दो अन्य अज्ञात आरोपी भी हैं। भददौर मुस्लिम बाहुल्य इलाका है। कोई साम्प्रदायिक विवाद ना हो, इसलिए गांव और अस्पताल को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।

देर रात सदर विधायक राकेश प्रताप सिंह भी अस्पताल पहुंचे और परिजनों से मुलाकात की थी, फिर लखनऊ चले गए। राकेश प्रताप सिंह मंगलवार को विधानसभा में अमेठी के डबल मर्डर का मुद्दा उठा सकते हैं। वहीं, परिजन 2 बजे शस्त्र लाइसेंस और परिवार की सुरक्षा की मांग को लेकर सड़क जाम करेंगे।

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