छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में कार में आग लगने से पूरी कार जलकर खाक हो गई। पखांजूर निवासी समीर सिकदार की गाड़ी बताई जा रही है, जो अपनी पत्नी और दोनों बच्चो के साथ धमतरी से वापस पखांजूर लौट रहे थे। घटना के बाद से कार में सवार चारों लोगों का अब तक कोई पता नहीं चल सका है।
पूरा मामला चारामा के पूरी गांव का है। जानकारी के अनुसार, समीर सिकदार (29 वर्ष) किसी काम से अपनी पत्नी जया (26 वर्ष) और दोनों बच्चों को लेकर धमतरी गए हुए थे। बुधवार देर रात वापस पखांजूर लौट रहे थे। रात साढ़े 9 बजे उनकी घरवालों से बात भी हुई थी। फिर देर रात साढ़े 11 बजे पूरी गांव के पास किसी राहगीर ने उनकी कार को आग की लपटों से घिरा हुआ देखा।
घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स को भी बुलवाया, लेकिन उनका कहना है कि जांच में किसी भी बॉडी के अवशेष नहीं मिले हैं। इससे ऐसा लगता है कि चारों गाड़ी से बाहर निकल चुके थे।
समीर सिकदार पोल्ट्री के बिजनेस करते हैं। वे बिजनेस के काम से धमतरी गए हुए थे। उनके साथ पत्नी जया और 7 साल का बेटा दीप और 4 साल की बेटी कृतिका भी थी। परिजनों ने पुलिस को बताया है कि समीर सिकदार के पास 4 लाख रुपए थे। उन्होंने मामले को संदिग्ध बताया है। कार में आग लगने की घटना के बाद से न तो समीर अपने परिवार के साथ घर लौटे हैं और न तो उन्होंने फोन पर कोई संपर्क किया है।
परिजनों ने कहा, पूरा परिवार आखिर कहां और किस हाल में है। उनके साथ कोई अनहोनी तो नहीं हुई या फिर किसी ने उनके साथ कुछ किया तो नहीं है। इधर पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है। घटनास्थल से चारामा थाने की दूरी महज 5 किलोमीटर है। पुलिस गांव के लोगों और आसपास रहने वालों से भी बात कर रही है। समीर और उनकी पत्नी का मोबाइल फिलहाल स्विच ऑफ बता रहा है।