शबेबरात पर बेशुमार गुनहगारों की होती है मगफिरत: कारी फरीद – ट्रैफिक नियमों का पालन करें युवा, हुड़दंग से रहें दूर

फतेहपुर। काजी शहर कारी फरीद उद्दीन कादरी ने कहा कि शबेबरात का पर्व कल (आज) जिले में मनाया जायेगा। यह मोक्ष की रात है। शबेबरात फारसी जबान का लफ्ज है। जिसके मायने निजात पाने की रात है। इस रात में बेशुमार गुनहगारों कीं मगफिरत कीं जाती है इसलिए इस शब को शबेबरात कहा जाता है।
श्री कादरी ने कहा कि इस रात साल भर में होने वाले तमाम दुनिया के काम उरूजो जवाल, मौत-जिंदगी, तंगी और सारे सेक्टर की फेहरिस्त तैयार करके फरिश्तों के सुपुर्द कर दी जाती है। इस रात में दिन डूबने के बाद से ही अल्लाह तआला अपनी बेपनाह रहमते दुनिया वालों पर नाजिल फरमाता है। बेशुमार लोगों को अपने फजले खास से बक्श देता है। उन्होने कहा कि शबेबरात में इबादत का अजरो सवाब आम रातो कीं बनिस्बत बहुत ज्यादा है लेकिन इस रात में नई पीढ़ी के नौजवान गुनाहों से तौबा करने और अपनी किस्मत सवारने के बजाए एक बाइक पर तीन लोग सवार होकर सड़कों पर हुड़दंग करते हुए करतबबाजी (तमाशा) करते हैं ऐसे गलत कामों से बचें और ट्रैफिक नियमों के खिलाफ अर्जी न करें। काजी शहर ने कहा कि मुस्लिम समाज के लोगों को चाहिए कि इस फजीलत वाली रात में इबादत करके अल्लाह को राजी करें पता नहीं आने वाले साल में ये रात हम सबको नसीब होती है या नहीं। उन्होंने सभी धर्म के लोगों से अपील किया कि ये शहर गंगा जमुनी तहजीब कीं बुनियाद पर हमेशा चर्चा मे रहा है यहां के लोग सभी त्योहारों को आपसी भाईचारा के साथ मनाते हैं। जिसकी तारीफ जनपद में ही नहीं बल्कि पूरे सूबे में कीं जाती है। लिहाजा शबेबरात व होली के मौके पर अमनो शान्ति बरकरार रखते हुए त्योहारों को मनाएं।

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