उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटर साबिर के भाई जाकिर का मिला शव

 

कौशांबी में उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटर साबिर के भाई जाकिर का शव गुरुवार को एक सरसों के खेत में मिला। हाथ-पैर में चोट के निशान हैं। जबकि कनपटी और एड़ियों में ब्लैक स्पॉट है। यही नहीं, पेट का आधा हिस्सा भी गायब है। जाकिर के शव की पहचान उसकी बहन ने की है।

बताया जा रहा है कि पुलिस की दबिश से बचने के लिए वो बलीपुर गांव में बहन के घर में छुपकर रह रहा था। उसको डर था कि भाई का पता लगाने के लिए पुलिस उससे भी पूछताछ कर सकती है। फिलहाल, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। आस-पास लगे CCTV को खंगाल रही है।

 

पुलिस ने बताया कि शव को जानवर नोंच रहे थे
गुरुवार देर शाम पुलिस को ग्रामीणों के जरिए महमदपुर गांव में एक शव मिलने की सूचना मिली थी। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया और शव को कब्जे में लिया। पुलिस के मुताबिक, शव संदिग्ध हालत में था, जिसे जानवर नोंच रहे थे। जाकिर के हाथ-पैर में गंभीर चोट के निशान मिले हैं।

 

जमानत से छूटकर 4 महीने पहले ही गांव आया था
ग्रामीणों के मुताबिक, जाकिर को कोई बीमारी थी, वह कई दिनों से बीमार था। प्रयागराज के मरियाडी गांव का रहने वाला जाकिर 2014 यानी 8 साल पहले पत्नी की मौत मामले में जेल गया था। जमानत पर 4 महीने पहले छूटकर गांव पहुंचा था। उमेश पाल हत्याकांड में भाई साबिर का नाम आने के बाद जाकिर फरार हो गया था।

वह अपनी बहन गुड़िया के घर से 5 दिन पहले अचानक लापता हो गया था। पुलिस उसके घर पहुंची तो जीजा अकरम मिला। उन्होंने इस मामले में बातचीत करने से इंकार कर दिया। सिर्फ इतना कहा- क्या बताऊं सब खत्म हो गया? शूटर साबिर पर पुलिस ने ढाई लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। वह प्रयागराज शूटआउट के बाद से फरार था। उसकी तलाश में STF समेत प्रयागराज पुलिस की कई टीम जुटी थीं।

जाकिर की मौत कैसे हुई? यह पता करने के लिए कौशांबी पुलिस ने पुलिस ने तीन टीमें गठित की हैं। इसके अलावा, पोस्टमॉर्टम शुक्रवार दोपहर को कराया जाएगा। सीओ सिराथू डॉ. केजी सिंह ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा। परिजन से पूछताछ की जा रही है।

 

44 सेकेंड में उमेश पाल हत्याकांड को दिया था अंजाम
प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल और उनके 2 गनर की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उमेश के गाड़ी से उतरते ही बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर दी थी। बदमाशों ने इस हत्याकांड को 44 सेकेंड में अंजाम दिया था। उमेश और एक गनर की मौके पर मौत हुई। जबकि एक गनर की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।

 

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