यूपी में बढ़े इंफ्लूएंजा-A के मरीजों की संख्या 100 के पार पहुंची, कानपुर में 23 मरीज ICU में भर्ती

 

इंफ्लूएंजा-A के सब टाइप इंफ्लूएंजा (H3N2 वायरस) का कहर बढ़ता जा रहा है। हर बीतते दिन के साथ मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है और अलग-अलग तरह के लक्षण देखने को मिल रहे हैं। कानपुर, आगरा और लखनऊ में अचानक से इंफ्लूएंजा-A के मामले तेजी से बढ़ गए हैं। बीते 5 दिनों में कानपुर में वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 100 के पार पहुंच गई है।

वायरस के लक्षण पाए जाने पर 23 गंभीर मरीजों को कानपुर के हैलट हॉस्पिटल में ICU में भर्ती किया गया है। इसमें 3 मरीज वेंटीलेटर पर हैं। वहीं आगरा में जिला अस्पताल की ओपीडी में शुक्रवार को 2500 से अधिक मरीज पहुंचे। अधिकांश मरीज वायरल बुखार से संक्रमित थे। जिला अस्पताल के डॉ. अशोक अग्रवाल भी इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं।

अस्पताल में आए मरीजों ने खांसी, जुकाम, गला सूखना और सांस लेने में दिक्कत बताई है। ऐसे मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि कई दिन से बुखार की लगातार शिकायत थी, हालत बिगड़ने के साथ मरीजों को तत्काल भर्ती करने की सलाह दी गई और मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया। गंभीर हालत में भर्ती किए गए मरीजों का इलाज किया जा रहा है।

मेडिकल कॉलेज में जांच की सुविधा ही नहीं
कानपुर में इंफ्लूएंजा-ए वायरस का हमला होने के बाद भी जांच की सुविधा नहीं है। कार्यवाहक प्राचार्य के मुताबिक प्रदेश में अभी इसकी जांच सिर्फ लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी यानी KGMU की आईसीएमआर लैब में ही हो रही है।

लगातार गिर रहा है ऑक्सीजन लेवल
ICMR ने पहले ही एच3एन2 वायरस के प्रकोप की जानकारी दे दी है। हैलट मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. जेएस कुशवाहा की इमरजेंसी में रोगियों को भर्ती किया जा रहा है। कई मरीजों में ऑक्सीजन लेवल में भी उतार-चढ़ाव है।

आगरा जिला अस्पताल में पहुंच रहे बुजुर्ग और बच्चे

आगरा जिला अस्पताल में पहुंच रहे मरीजों में ज्यादातर बुजुर्ग और बच्चे शामिल हैं। सबसे अधिक शिकायत बुखार के साथ खांसी की है। दवा लेने के बाद भी लोगों को बुखार लौट रहा है। 3 से 5 दिन में बुखार ठीक हो जाता है, लेकिन मरीजों की खांसी नहीं जा रही है।

जिला अस्पताल में भीड़ अधिक होने से मरीजों को जांच के लिए घंटों तक इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं देहात क्षेत्र में स्वास्थ्य केंद्रों पर भी वायरल फीवर के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। निजी अस्पतालों में भी 2 दिन से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.