सरकार के आश्वासन पर बिजली कर्मियों की हड़ताल खत्म – ऊर्जा मंत्री व प्रांतीय नेतृत्व की सफल वार्ता में मिला भरोसा – धरना समाप्त होते ही तैनाती स्थल पर निकल पड़े विद्युत कर्मी
फतेहपुर। निविदा एवं संविदा विद्युत कर्मियों की चल रही 72 घंटे की हड़ताल शासन व प्रांतीय संघ की बैठक के बाद सरकार से मिले आश्वासन के बाद समाप्त हो गयी। प्रांतीय नेतृत्व के निर्देश पर जनपद में चल रही विद्युत कर्मियों की हड़ताल भी समाप्त हो गयी।
रविवार को अधीक्षण अभियंता रवींद्र कुमार जैन ने धरना स्थल हाईडिल कालोनी पहुंचकर धरना संयोजक प्रमोद कुमार व सह संयोजक विवेक माधुरे सहित धरने पर बैठे कर्मचारियों से जनहित को देखते हुए अपने अपने कार्यों पर वापस लौटने व सभी कार्रवाई को शासन द्वारा वापस लिए जाने की घोषणा की। अपनी मांगों को लेकर संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले बिजली कर्मियों द्वारा लगातार तीसरे दिन अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया। बिजली कर्मियों की हड़ताल का आंशिक असर भी दिखाई दिया। जनपद के आबूनगर, मुराइन टोला, शांतीनगर, राधानगर हरिहरगंज समेत कई फीडरों की बिजली कटने से दर्जनों मोहल्लों की बत्ती गुल हो गयी। विद्युत कटौती से पानी तक का संकट भी गहरा गया। कई मोहल्ले अंधेरे में डूब गए जबकि पानी की मारा मारी होने लगी। जिला प्रशासन की कोशिश से कई कई घण्टो के बाद आपूर्ति बहाल तो की जाती रही लेकिन बिजली की आंख मिचौली लगातार जारी रही। वहीं हड़ताल खत्म कराने की कोशिश में सरकार के निर्देश पर बिजली कर्मियों पर एम्समा, निलंबन व बर्खास्तगी भी की गई लेकिन बिजली कर्मियों ने धरना समाप्त से इंकार करके इसे अनिश्चित कालीन धरना में बदल दिया। 72 घंटे की अवधि बीतने एव संघटन के शीर्ष नेतृत्व व शासन से कई दौर की वार्ता के बाद बिजली कर्मियों की मांगों को आखिरकार लागू करने की सहमति मिल गयी। सरकर से मिले अशासन पर बिजली कमियों ने हड़ताल समाप्त करने की घोषणा करते हुए चार घण्टे के अंदर सभी फीडरों से सप्लाई चालू करने पर सहमति दी। हड़ताल समाप्त होने बाद विद्युत कर्मी भी बेहद खुश दिखाई दिये और अपने अपनी तैनाती की ओर निकल पड़े। इस मौके पर नरेंद्र नाथ मौर्या, धीरेंद्र सिंह, विवेक माधुरे, गजेंद्र सिंह, राजू कल्लू राम, रवि निषाद, एसडीओ अभिजीत शाह, दशरथ, ज़ाहिद सिद्दीकी, फूलचन्द्र आदि रहे।