पैसे के बजन पर तय हो रही पी.एम आवास की पात्रता

 

मुन्ना बक्श के साथ संवाददाता ओमप्रकाश गौतम की खास रिपोर्ट

अतर्रा /बांदा | पूरा मामला तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत बरखेड़ा विकासखंड नरैनी का है जहां के निवासी रामस्वरूप पुत्र रज्जू ने जिलाधिकारी बांदा को दिए प्रार्थना/शपथ पत्र में बताया कि मैं सन् 2019-20 के लिए प्रधानमंत्री आवास की चयनित सूची में मेरा नाम था वर्तमान प्रधान विरेंद्र कुमार कुशवाहा एवं सचिव संतोष कुमार कुशवाहा ने मुझे आवास देने के लिए ₹20000 की मांग की ₹20000 रुपये ना दे पाने की वजह से उन्होंने मेरा नाम हटाकर दूसरे अपात्र व्यक्ति को आवास दे दिया | मेरे साथ जिन जिन व्यक्तियों के नाम प्रधानमंत्री आवास सूची में थे उनमें से जिन जिन लोगों ने प्रधान और सचिव को ₹20000 रुपये दे दिए हैं उनके आवास स्विकृत हो गए और उनका पैसा भी आ गया और क्योंकि मैं गरीब हूं इस वजह से पैसे नहीं दे पाया तो मेरा आवास की लिस्ट से नाम काट दिया गया | दिए प्रार्थना पत्र में उन्होंने प्रधान और सचिव पर गंभीर आरोप लगाते हुए यह भी बताया कि हमारे यहां के प्रधान और सचिव पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त है किसी भी प्रकार की जनकल्याणकारी योजना को देने के एवज में पैसे की मांग जरूर करते हैं जो गरीब व्यक्ति पैसा नहीं दे पाता उसको किसी भी प्रकार की सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिलता है | बरेहंडा गौशाला की स्थित बद से बदतर है | यहां नरेगा के कार्य मशीनों द्वारा कराए जाते हैं मिड डे मील मनमाने तरीके से दिए जाते हैं |

Leave A Reply

Your email address will not be published.