मेरठ में तंत्र-मंत्र से शक्ति पाने और प्रेमी से शादी के लिए मां ने ही अपने दो बच्चों को हत्या करवा दी। दोनों बच्चों की लाश के हाथ-पैर तोड़कर लकड़ी के बक्से में भरे। घर से 25 किमी. दूर बक्से से निकालकर लाश को गंगनगर में फेंक दिया। शुक्रवार देर शाम पुलिस ने इस पूरे हत्याकांड का खुलासा किया। पूछताछ में जो कहानी सामने आई, वह खौफनाक है। बच्चों की हत्या कराने की साजिश मां ने इतनी सफाई से रची कि पति तक को पता नहीं चल पाया। महिला ने प्रेमी और पड़ोसियों को तंत्र-मंत्र के नाम पर साथ लिया।
शुक्रवार शाम पुलिस ने गंगनहर से बेटे मेराब की लाश बरामद कर ली। लाश निकालते वक्त गोताखोरों और पुलिस की रुह कांप गई। लाश के हाथ पैरों को बुरी तरह तोड़ा गया था। वहीं, 6 साल की बेटी केनोन की लाश अभी नहीं मिली है। तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल 6 लोगों को अरेस्ट कर लिया है। इसमें मां निशा, प्रेमी साऊद फैजी सहित पड़ोसी भी शामिल हैं।
तंत्र-मंत्र और 7 साल छोटे युवक से अफेयर…
खैरनगर के गूलर वाली गली में रहने वाली निशा (37) का पड़ोस में रहने वाले साऊद से अफेयर था। साऊद, निशा से 7 साल छोटा है। लेकिन साऊद की पत्नी उसे छोड़ चुकी थी। ऐसे में साऊद का अकेलापन, निशा से अफेयर और निशा की तंत्र-मंत्र से शक्ति पाने की ख्वाहिश इस हत्याकांड की वजह बनी।
पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि निशा तंत्र-मंत्र करती है। वह दिन में घर में अकेली होती है। तब उसके पास आस-पास के लोग तंत्र-मंत्र कराने के लिए आते थे। वह जादू टोना करके लोगों को मन्नत पूरी होने का दावा करती थी। इसकी खबर घर में किसी को नहीं थी। निशा का पति शाहिद लालकुर्ती पैठ में जूते की दुकान में काम करता है। वह सुबह 11 बजे तक वहां चला जाता था, देर शाम वापस आता था। बच्चे स्कूल चले जाते थे। तब खाली घर में निशा जादू-टोना की दुकान सजाती थी।
तंत्र-मंत्र में आकर पड़ोसी भी हत्या में हुए शामिल
निशा जादू टोना करके मन्नतें पूरी कराने का दावा करती। जबकि उसके प्रेमी साऊद का मोहल्ले में रुतबा था। आर्थिक तौर पर काफी संपन्न था। निशा के पड़ोस में रहने वाली कौसर, नुसर्रत नाम की दो महिलाएं उसका तंत्र-मंत्र देखकर उसके चंगुल में फंस गईं। यह दोनों महिलाएं रोज निशा के पास आकर अपना भविष्य पूछती। टोना-टोटका करती थीं। वहीं, साऊद की दौलत देखकर पड़ोसी साद और आरिफ भी इस हत्याकांड में शामिल हो गए। जब निशा घर पर अकेली होती तो कौसर, नुसर्रत उसके घर आकर तंत्र-मंत्र कराती। वहीं, साद और आरिफ पैसे लेकर निशा और प्रेमी साऊद को मिलवाते थे।
दिल दहल जाए इतनी क्रूरता से किया मर्डर
पुलिस के मुताबिक, हत्या की वारदात बुधवार यानी 22 मार्च की शाम हुई थी। मां निशा के सामने दोनों बच्चों को नशे का इंजेक्शन देकर बेहोश किया गया। बेटी कोनेन को निशा के घर पर ही मार दिया। इसके बाद कोनेन की लाश और बेहोश मेराब को चादर में लपेटकर युवक साद और आरिफ पड़ोसी मुसर्रत के घर ले गए। वहां मुसर्रत के घर पर लड़के मेराब की हत्या की। मुसर्रत ने बेटे के पैर पकड़े, कौसर ने हाथ और पेमी पार्षद ने उसका गला, मुंह दबाकर मार डाला।
फिर बेड बॉक्स में बंद कर दिया। बच्चों के हाथ-पैर को बुरी तरह तोड़कर लाशों को बॉक्स में पैक करके नहर ले जाया गया। वहां नहर में बहा दिया। पूछताछ में हत्या में शामिल रहीं महिलाओं ने तरीका बताया वो दिल दहलाने वाला था। महिलाओं ने बताया कि सब कुछ पहले से तय था। मुसर्रत ने दोनों बच्चों के पैर पकड़े, कौसर ने बच्चों के हाथ पकड़े। इसके बाद कौसर ने बच्चों को नशे के इंजेक्शन लगाए। प्रेमी साऊद फैजी ने बच्चों का गला और मुंह दबाया। बेटी की हत्या की समय मां निशा कमरे में मौजूद थी।
इसके बाद, मुसर्रत के घर से लकड़ी की दो पेटियां ली। इन पेटियों में अलग-अलग दोनों बच्चों के शवों को हाथ, पैर तोड़कर डाल दिया। आरिफ ने लड़की के शव वाली पेटी को गाड़ी में डाला। साद ने लड़के की लाश वाली पेटी गाड़ी में डाली। इसके बाद साद की गाड़ी में डेडबॉडी की पेटियां रखकर साद, आरिफ, सऊद, मुसर्रत और कौसर ने मिलकर गंगनहर सरधना में अटेरना पुल नहर से दोनों बच्चो के शव नहर मे डाल दिए।
मां बेटों ने मिलकर दिया वारदात को अंजाम
बच्चों को मारने की इस खौफनाक प्लानिंग में मां निशा अपने प्रेमी के साथ शामिल थी। वहीं, पड़ोसन मुसर्रत ने अपने बेटे साद के साथ इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने हत्याकांड में मां निशा, प्रेमी साऊद फैजी (30) पुत्र चमन फैजी, पड़ोसी साद (35) साल पुत्र महताब, आरिफ (35) पुत्र यासीन, पड़ोसन मुसर्रत (54) पत्नी महताब आलम और कौसर (58) साल पत्नी अफतर को अरेस्ट किया है। इनके पास से हत्या में इस्तेमाल हुई सीरिंज, बच्चों की लाश को रखने वाली दो पेटियां और घटना में इस्तेमाल हुई वैगनआर गाड़ी जो साद के नाम हैं, उसे बरामद कर लिया है।