उन्नाव नंदनवन में राजयोग तनाव मुक्ति शिविर व सफल जीवन का आधार गीता का सार कार्यक्रम का अंतिम दिन। माउंट आबू से पधारी अंतरराष्ट्रीय राजयोग प्रशिक्षिका बीके ऊषा ने कहा कि जीवन रुपी संघर्ष में विजई होने के लिए आत्मा रुपी बैटरी चार्ज होना चाहिए। आत्मा की बैटरी चार्ज होने से कितनी भी परिस्थितियां आए आप सफल होंगे विजई होंगे। कौन व्यक्ति सफल नहीं होना चाहता है। सफलता का आधार दृढ़ता है निश्चय बुद्धि है ।कहा जाता है निश्चय बुद्धि विजयंती संशय बुद्धि विनश्यति। योग वह चार्जर है जिससे आत्मा रुपी बैटरी चार्ज होने लगती है मेडिटेशन एक आध्यात्मिक यात्रा है जिसमें आत्मा का मिलन परमात्मा से हो जाता है। मेडिटेशन अर्थात राजयोग के तीन पड़ाव हैं। अंतर की यात्राए परम धाम की यात्रा और विश्व में शांति के प्रकंपन फैलाने की यात्रा।आत्मा माना मन बुद्धि संस्कार का समूह। जब अपने को आत्मा समझेंगे तो परमात्मा की याद आएगी। आत्म भाव में स्थित हो तभी ईश्वर की याद आएगी। ईश्वर के सानिध्य में क्यों जाना है क्योंकि वह स्रोत है आत्मा रूपी बैटरी चार्ज करने का। मन बुद्धि संस्कार आत्मा की 3 सूक्षम शक्तियां हैं। आत्मा की शक्ति क्षीण होने के कारण मन नकारात्मक विचारों से भर गया ना चाहते हुए भी निगेटिव विचार आते रहते हैं जबकि मन की शक्ति व मन की क्षमता अथाह है। मन 20 साल पीछे और 5 साल आगे चला जाता है विदेश में बैठे व्यक्ति को याद करने में कितना टाइम लगता है मन ट्रेवल कर सकता है। अंत में राज योग कमेंट्री द्वारा आत्मानुभूति व परमात्म अनुभूति कराई।
बीके कुसुम ने निशुल्क साप्ताहिक कोर्स के लिए प्रातः व सायंकाल एक घंटा आने के लिएसभी से कहा। कार्यक्रम का संचालन बीके रामपाल ने किया।इसी मौके पर ओम जन सेवा संस्थान की संस्थापिका अध्यक्ष शिव देवी अग्रहरि ;सीमा द्धद्वाराअंतर्राष्ट्रीय राज योग प्रशिक्षिका बीके ऊषा दीदी जी को सम्मानित किया गया