मरकज में पांचवे रमजान पर कुरान मुकम्मल – मौलाना अबुबकर को फूलों का हार पहनाकर किया इस्तकबाल – मुल्क में अमन चौन की दुआ के लिए नमाजियों के उठे हाथ
फतेहपुर। माहे रमजान में जहां सभी मुसलमानो पर तीस दिन के रोजे फर्ज किए गए हैं वही पूरे माह तरावीह पढ़ने का भी हुक्म है। रमजान के मुबारक मौके पर शहर सहित जिले की ज्यादातर मस्जिदों में इन दिनों ईशा की नमाज के बाद तरावीह का दौर चल रहा है। कई मस्जिदों में पांचवे और छठे रोजे पर पहला कुरान मुकम्मल हुआ। नमाजियों ने तरावीह पढ़ने वाले मौलानाओं का फूलों का हार पहनाकर इस्तकबाल किया। शहर के लाला बाजार स्थित मरकज में पांचवे रमजान पर पहला कुरान मुकम्मल हुआ। सभी नमाजियों ने अल्लाह की बारगाह में हाथ उठा कर मुल्क में अमन चौन और आपसी भाई चारे की दुआ की। तरावीह मुकम्मल होने के बाद मौलाना अबुबकर ने कहा कि सभी मुसलमान कसरत से रोजे रखकर अल्लाह की इबादत करे। बुरे कामों से दूर रहें और समाज के गरीब व मिसकीनों की खुल कर मदद करें। अपने गुनाहों से तौबा करें और बुराई व बेहयाई से दूर रहें। उन्होंने कहा कि दूसरों का हक न मारें और अल्लाह के बताए रास्ते पर चलें। उन्होंने कहा की पहला कुरान मुकम्मल हुआ है। अगले दिन से दूसरा कुरान शुरू होगा। सभी लोग तीसों दिन कसरत से तरावीह पढ़े। उपस्थित नमाजियों ने मौलाना को फूलों का हार पहना कर इस्तकबाल किया। इसके बाद शीरीनी तकसीम की गई। मौलाना को मुबारकबाद पेश करने वालों में वरिष्ठ पत्रकार नफीस अहमद जाफरी, मौलाना हकीम सय्यद खालिद हुसैन, मौलाना सैफुल्लाह नदवी, मौलाना हकीम शुएब, आरिफ अख्तर उर्फ अच्छे, हाफिज मोहम्मद इब्राहिम, जमीयतुल उलमा के सेक्रेटरी मौलाना इस्हाक कासमी, मोहम्मद अहमद उर्फ शिबली, मोहम्मद इरशाद उर्फ गुड्डू, नासिर अंसारी समेत सैकड़ो नमाजी रहे।