मुन्ना बक्श के साथ संवाददाता ओमप्रकाश गौतम की खास रिपोर्ट
अतर्रा/बांदा | अतर्रा तहसील की ग्राम पंचायत अतर्रा ग्रामीण के मजरा रघुवीर यादव का पुरवा निवासी चुन्नीलाल यादव पुत्र झांझी यादव ने नवागंतुक जिलाधिकारी बांदा दुर्गा शक्ति नागपाल को गाँव के घूर गढ्ढे की जमीन पर गाँव के ही राजाभईया, बंब्बू यादव पुत्रगण बृजलाल ने अवैध रूप से कब्जा कर रखा है | जिसके लिए कई सालों से तहसील प्रशासन के चक्कर लगाया लेकिन अतर्रा तहसील प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है |
ज्ञात हो कि गाटा संख्या 6462,6463,6464 में लगभग 7 बिस्वा जमीन पर अवैध कब्जा है, जिसको बेदखल करते हुए तहसीलदार, न्यायालय ने सन् 2012 में 640 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था, लेकिन तत्कालीन तहसील प्रशासन द्वारा कब्जा हटवाने का बिलकुल भी प्रयास नहीं किया गया बल्कि अपनी मौन सहमति देते हुए आरोपियों को खुली छूट दी जिसका परिणाम यह हुआ कि पहले कुछ हिस्से में अवैध कब्जा था , लेकिन आज संम्पूर्ण रकबे पर अवैध कब्जा हो चुका है |
विगत 04/03/2023 को जिलाधिकारी बांदा की अध्यक्षता में संम्पूर्ण समाधान दिवस में शिकायत की गई थी जिसपर तत्कालीन जिलाधिकारी दीपा रंजन ने उपजिलाधिकारी अतर्रा को एक हफ्ते के अंदर कब्जा हटाने की बात कही लेकिन उपजिलाधिकारी अतर्रा द्वारा अवैध कब्जा धारकों पर संवेदना के बादल फट पडे ओर गरीबों के हक को डकारने वाले पर उपजिलाधिकारी मेहरबान दिख रहे हैं | अब देखना यह होगा कि आखिर अवैध कब्जा हटेगा कि मा. हाईकोर्ट की चौखट खटखटाना पडेगा |