देश के 12 राज्यों में गरज के साथ बारिश का अलर्ट, हरियाणा-पंजाब में ओले तो उत्तराखंड व हिमाचल में बर्फबारी का अनुमान
दिल्ली के अलग-अलग राज्यों में बारिश और ओले का दौर लगातार जारी है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे के दौरान दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश कई राज्यों में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है. इस दौरान उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा-पंजाब में ओले गिरने का भी अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने बताया कि सोमवार और मंगलवार को दिल्ली, नोएडा समेत एनसीआर में बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश हो सकती है. इस दौरान अधिकतम तापमान 32 डिग्री तो न्यूनतम 16 डिग्री सेल्सियस रह सकता है.
मौसम विभाग ने बताया कि उत्तराखंड के साढ़े 3 हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का है पूर्वानुमान है. पिछले 3 दिनों से कई इलाकों में बारिश बर्फबारी और हुई है. ओलावृष्टि भी हो सकती है. वहीं, पश्चिम बंगाल, सिक्किम में पांच अप्रैल तक बारिश की संभावना है. इसके अलावा केरल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल में अगले पांच दिनों तक तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है.
हिमाचल में बारिश के साथ भूस्खलन
मिली जानकारी के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में बारिश के साथ भूस्खलन भी हुआ है. चंबा जिले में भूस्खलन से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि लाहौल में रविवार को हिमस्खलन हुआ. इस दौरान प्रदेश में दो राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 19 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई. एक अन्य घटना में कुल्लू जिले के जिंदौद गांव के पास शनिवार को रुक-रुक कर हो रही बारिश के बाद पहाड़ी से पत्थर गिर गए. मौसम विभाग ने तीन और चार अप्रैल को आंधी-तूफान और बिजली गिरने की ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है. राज्य में सात अप्रैल तक क्षेत्र में बारिश की भी भविष्यवाणी की गई है.
पंजाब में फसलों को काफी नुकसान
आईएमडी ने बताया कि दिल्ली में रविवार सुबह न्यूनतम तापमान 14.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस कम है. आईएमडी ने अनुमान जताया है कि दिल्ली में दिन में आसमान साफ रह सकता है और कुछ जगहों पर हल्की बारिश या गरज के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना है. वहीं, पंजाब के विभिन्न हिस्सों में बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और आंधी ने गेहूं और अन्य फसलों को नुकसान पहुंचाया है. राज्य सरकार ने मौसम में अनिश्चितता के चलते हुई फसल क्षति की पूर्ति में 25 प्रतिशत वृद्धि की घोषणा की है.