बांदा में अवैध ब्लास्टिंग का विरोध करने पर ग्रामीण को दबंगों ने पीटकर किया लहूलुहान, अस्पताल में भर्ती

 

मुन्ना बक्श ब्यूरो चीफ

बांदा।देश दुनिया में अवैध खनन व अवैध ब्लास्टिंग के नाम मशहूर बुंदेलखंड के बांदा जिले के नरैनी तहसील के गिरवां थाना अंतर्गत जरर गांव इस समय सफेद पोस नेताओं की करतुतुओं की वजह से चर्चा में हैं।

जहां पर मानकों को ताक पर रखकर जनपद के माननीय काम कर रहे हैं।

जिसने भी इसका विरोध किया तो उसके साथ में मारपीट किया गया है, वही जिम्मेदार भी आंख बन्द किए हैं,यही नहीं उन जिम्मेदारों में माननीयों का इतना खोफ है कि वे आम लोगों के तो छोड़िए मीडिया के भी फोन नहीं उठा रहे हैं।

मामला यह हैं कि जरर गांव अवैध बलास्टिंग धडल्ले से जारी है।जिसके चलते खनन के दौरान कई पत्थर उछलकर घरों तक पहुंच जाते हैं, ऐसे में एक ग्रामीण के द्वारा अवैध ब्लास्टिंग के खिलाफ शिकायत करने पर मारपीट की गई, जरर को पहाड़ियों में आवंटित लीज में हो रहे अवैध ब्लास्टिंग से ग्रामीण खासा परेशान है।

लीजधारक लंबे समय से अवैध ब्लास्टिंग कर पत्थर की खुदाई कर रहे हैं. जिसके कारण पत्थर उछलकर आस – पास के घरों में गिरने पर ग्रामीणों को आए दिन हादसे का भय बना रहता है।

सूरत-ए-हाल यह है कि लीजधारकों की रसूखात के चलते ग्रामीणों की समस्या की कोई सुनवाई नहीं कर रहा है।

आज मगलवार को सुबह सुबह ही पहाड़ी पर ब्लास्टिंग के दौरान पत्थर उछलकर आस – पास के घरों पर गिर गया तो इससे हुए नुकसान पर उमाशंकर पुत्र देवीदीन ने शिकायत किया तो मान सिंह,कुक्कू लंबरदार,मान सिंह के लड़के,विनोद कबरई,कुछ ब्लास्टिंग करने वाले अपरेटर एव 4 अज्ञात लोगों ने उसके मारपीट कर दिया।

जिसके बाद परिजनों ने उसको को जिला अस्पताल लेकर आए। पुलिस को इत्तला देने के साथ रिपोर्ट भी पेश की। लेकिन पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।जबकि नियमानुसार ब्लास्टिंग दोपहर के 12 बजे से लेकर 2 बजे तक की हैं।

वही ब्लास्टिंग से पहले एलाउंसमेंट होना चाहिए।ग्रामीणों ने बताया कि 4 इंच की ब्लास्टिंग की जा रही है जबकि नियमानुसार 2 इंच से ज्यादा का होल न हो तथा 2 इंच के बाद ईडी लगा होना चाहिए ,फिलहाह पूरे मामले को लेकर जिम्मेदारों के द्वारा जांच चल रही है।

लंबे समय से हो रहें अवैध ब्लास्टिंग के शिकायत पर नही हुई अभी तक कोई कार्रवाई जरर सहित आस-पास के गांवों में स्थित पहाड़ियों में कई जगहों पर लीज पट्टे आवंटित हो रखे हैं तो कई जगहों पर अवैध ब्लास्टिंग धड़ल्लें से चल रहा है।

इसके अलावा लीजधारक अपनी सीमा से बाहर जाकर दिन-रात अवैध ब्लास्टिंग कर रहे हैं,प्रतिबंधित अमोनियम नाइट्रेट बारुद से पत्थर निकालने के लिए हर समय पहाड़ों में धमाके की आवाज सुनने को मिलती है।

लीजधारक खनन विभाग के मानक और शर्तों से परे होकर स्वयं के स्तर पर अमोनियम नाइट्रेट आदि से विस्फोट कर रहे हैं, जिससे पत्थर उछलकर काफी दूरी पर जाकर गिरते हैं, ऐसे में ब्लास्ट के समय आस-पास में रहने वाले ग्रामीणों की सांसें अटकी रहती है।

तेज धमाके होने वाले ब्लास्ट से पक्के मकानों में दरारें आने के साथ ही पत्थर के टुकड़े गिरने से आए दिन हादसे की आशंका बनी रहती है।

इसकों लेकर ग्रामीण जन खननकर्ताओं को सुरक्षित खनन करने की गुहार भी लगाते हैं।

इसके बावजूद अवैध खनन जारी है। यहां तक कि खनन विभाग और प्रशासन को शिकायत करने के बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

प्रदेश की योगी सरकार के माननीयों की सह से हो रहा है जरर के पहाड़ियों में अवैध ब्लास्टिंग का खेल।

वही जब माननीय का नाम हुआ उजागर तो उन्होंने कह कि हम अवैध खनन तथा ब्लास्टिंग के खिलाफ हैं।

फिर जब वह अवैध खनन तथा ब्लास्टिंग के खिलाफ हैं तो उनके द्वारा अभी तक जाकर किसी भी ग्रामीण से मिला भी नही गया तो यह बात तो कही ही जा सकती हैं कि माननीय की सह पर ही हो रहा है।

अवैध ब्लास्टिंग का खेल।अवैध खनन माफियाओं के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए जानी जाने वाली महिला आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल के बांदा जनपद में आने पर ग्रामीणों को एक आस जगी थी कि हमको न्याय मिलेगा लेकिन खनन माफियाओं ने चेलेंज करते हुए ग्रामीणों मारना पीटना शुरू कर दिया।

और अब देखते हैं कि दुर्गा शक्ति नागपाल की शक्ति खनन माफियाओं के खिलाफ कब चलती हैं।

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