अकाउंट में पैसे नहीं, फिर भी कर पाएंगे UPI पेमेंट, इसे किश्तों में अदा करने की भी सुविधा, 7 जरूरी सवालों के जवाब
भारत में UPI के जरिए हर सेकेंड 2,348 ट्रांजैक्शन होते हैं। चाहे चाय की टपरी हो या कोई मॉल, मोबाइल से QR कोड स्कैन करो और पेमेंट डन। बशर्ते, आपके बैंक खाते या डिजिटल वॉलेट में पैसे हों। अब UPI पेमेंट के लिए ये इकलौती शर्त भी खत्म होने वाली है।
6 अप्रैल को रिजर्व बैंक यानी RBI ने घोषणा की है UPI पेमेंट के लिए अब लोग बैंक के जरिए क्रेडिट लाइन का इस्तेमाल कर सकते हैं। यानी बैंक अकाउंट में पैसा न हो तो भी UPI के जरिए पेमेंट किया जा सकता है, जिसे बाद में बैंक को अदा करना होगा। इस घोषणा के 5 दिन बाद यानी 11 अप्रैल को ICICI ने UPI पेमेंट पर भी किश्तों का ऑप्शन दे दिया है।
सावल 1: क्रेडिट लाइन क्या है, जिसे RBI ने UPI पेमेंट में इस्तेमाल की परमिशन दे दी है?
जवाब: सीधे शब्दों में कहे तो यह कर्ज देने का सबसे आसान रास्ता है। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि इसमें कर्ज की लिमिट पहले से ही तय होती है। इस क्रेडिट लाइन का फायदा उठाने के लिए पहले बैंक में अप्लाय करना पड़ता है।
मान लीजिए आपने अपने बैंक से 10 हजार रुपए की क्रेडिट लाइन अप्रूव करा ली। इसके बाद आप 10 हजार रुपए तक UPI पेमेंट से खर्च कर सकेंगे। आप जितना अमाउंट खर्च करेंगे, बैंक आपसे उतने का ही ब्याज लेगा। क्रेडिट लाइन का फायदा होता है कि यह बैंक लोन की तुलना में इसे लेना ज्यादा आसान होता है।
सवाल 2: UPI के साथ क्रेडिट लाइन कैसे इस्तेमाल किया जा सकेगा?
जवाब: UPI के साथ क्रेडिट कार्ड को लिंक करने की बात कई लोगों ने सुनी होगी। यहां UPI को क्रेडिट लाइन के लिंक करने को उससे कंफ्यूज करने की जरूरत नहीं है। इसे ऐसे समझें कि अगर आपके पास क्रेडिट कार्ड नहीं है और सेविंग अकाउंट में पहले से पैसे नहीं है तब भी इस नई सुविधा में UPI के माध्यम से पेमेंट किया जा सकेगा। अब सवाल उठता है कि यह होगा कैसे?
तो जवाब है कि बैंक से इसके लिए एक एप्लीकेशन अप्रूव कराना होगा। अप्लाई करने पर बैंक पेमेंट करने के लिए एक राशि अप्रूव कर देगा। ऐसे में, जब आपके अकाउंट में पैसे ना हो तो भी UPI के माध्यम से पेमेंट हो जाएगा। अभी तक UPI के माध्यम से 3 तरीकों से पेमेंट किया जाता है
पहला तरीका: बैंक अकाउंट को UPI ऐप से लिंक करिए और क्यूआर कोड स्कैन करिए। फिर सिक्योरिटी पिन डालने पर अकाउंट से पैसे कट जाते हैं। इस तरीके से पेमेंट करने पर किसी भी तरह का एक्स्ट्रा चार्ज नहीं लगता है।
दूसरा तरीका: पेटीएम या ऑमेजन जैसे ऐप्स के वॉलेट में बैंक अकाउंट से पैसे ट्रांसफर उससे यूपाआई के माध्यम से पेमेंट किया जाता है। नए नियमों के मुताबिक अब इस माध्यम से 2 हजार से ज्यादा का पेमेंट करने पर अमाउंट का 1.1% ट्रांजैक्शन चार्ज लगता है।
तीसरा तरीका: 8 जून 2022 से आरबीआई ने RuPay क्रेडिट कार्ड को UPI से लिंक करने की अनुमति दी थी। इस तरीके में क्रेडिट कार्ट को अपने यूपाआई से लिंक कर पेमेंट किया जा सकता है। इसके आने से क्रेडिट कार्ड हर समय अपने पास रखने की जरूरत खत्म हो गई। अब फोन आपके पास हो और क्रेडिट कार्ड घर पर पड़ा हो तो भी कहीं भी कभी भी आसानी से पेमेंट किया जा सकता है।
UPI से पेमेंट के तरीकों में इसी इवोल्यूशन का अगला पायदान UPI के साथ क्रेडिट लाइन का इस्तेमाल है।
सवाल 3: क्या इस तरीके से पेमेंट करने पर कोई एक्स्ट्रा चार्ज लगेगा?
जवाब: मार्च 2023 में नेशलन पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने 2 हजार से ज्यादा रुपए के प्रीपेड पेमेंट पर 1.1% ट्रांजैक्शन चार्ज लगाने का सुझाव दिया था। यह चार्ज UPI और कार्ड दोनों ही माध्यम से करने पर लगेगा। इसी अप्रैल की शुरुआत से इसे लागू भी कर दिया गया है। ऐसे में, UPI क्रेडिट लाइन के माध्यम से पेमेंट करने पर भी यह जार्च लागू होगा।
सवाल 4: यह लोगों के लिए किस तरह फायदेमंद है?
जवाब: इसका सबसे बड़ा फायदा तो यह है कि इसके शुरू होने पर वॉलेट से क्रेडिट कार्ड का भार कम हो जाएगा। इसका मतलब वॉलेट में ज्यादा खाली जगह। आर्थिक विशेषज्ञों की मानें तो यह आर्थिक लिहाज से भी फायदेमंद है। लोगों को कहीं भी कभी भी कुछ खरीदने के लिए उनके पास कार्ड का होना जरूरी नहीं है।
इसके अलावा यह ‘बाई नाउ, पे लेटर’ के लिहाज से फायदेमंद होगा। पैसे ना होने पर किसी चीज को खरीदने के लिए टालना नहीं पड़ेगा। UPI से क्रेडिट लिंक से यह आसानी से खरीदारी कर पैसे बाद में भरे जा सकेंगे। दूसरी तरफ यह छोटे और मझोले बिजनेस यानी MSME इंडस्ट्री के लिए भी फायदेमंद होगा। ऐसे बिजनेस को ज्यादा बड़ी राशि उधार नहीं लेना हो तो वह इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
भारत जैसे देश में जहां अब भी ज्यादातर लोगों के पास क्रेडिट कार्ड नहीं है, वहां इसका फायदा और भी बढ़ जाएगा। स्टेटिस्टा के मुताबिक भारत में फिलहाल 7 करोड़ 30 लाख लोगों के पास क्रेडिट कार्ड है। वहीं देश में स्मार्ट फोन इस्तेमाल करने वालों की संख्या 74 करोड़ 80 लाख लोग हैं। इस लिहाज से इसका फायदा क्रेडिट कार्ड की तुलना में कई गुना ज्यादा लोग उठा सकेंगे।
यस सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड और लीड एनालिस्ट शिवाजी थपलियाल के मुताबिक, बैंक अब फिजिकल की जगह डिजिटल क्रेडिट कार्ड ऑफर कर सकेंगे। इसमें पीओएस/स्वाइप मशीन जैसे एक्सपेंसिव फिजिकल एक्सेप्टेंस इंफ्रास्ट्रक्चर की भी जरूरत नहीं होगी।
सवाल 5: UPI क्रेडिट लाइन से कितने रुपए तक का उधार लिया जा सकेगा?
जवाब: क्रेडिट कार्ड के लिए बैंक की तरफ से एक लिमिट तय होती है। यानी आप एक निश्चित अमाउंट से ज्यादा खर्च नहीं कर सकते। इसी तरह नए तरीके में भी उधार लेने की राशि बैंक तय करेगा। यह लोगों के लिए अलग-अलग हो सकता है। किसी व्यक्ति की आर्थिक स्थिति को देखते हुए बैंक यह तय करता है कि कोई कितना कर्ज ले सकता है।
सवाल 6: क्या इससे किसी तरह का नुकसान भी है?
जवाब: ऐसी किसी सुविधा के शुरू होने से क्रेडिट कार्ड का महत्व कम होने की आशंका जताई जा रही है। कुछ विशेषज्ञों का यहां तक कहना है कि क्रेडिट कार्ड बाजार से पूरी तरह बाहर हो सकता है। इसके लिए डेबिट कार्ड का उदाहरण दिया जा रहा है। जैसे UPI के आने से डेबिट कार्ड की मांग साल दर साल घटती गई है। मार्ज 2022 से जनवरी 2023 के बीच डेबिट कार्ड से ट्रांजैक्शन में 21% की कमी आ चुकी है।
सवाल 7: यूपीआई के माध्यम से क्रेडिट लाइन से उधार लेकर ईएमआई से कैसे चुका सकते हैं?
जवाब: देश में ‘बाई नाउ, पे लेटर’ की सुविधा को शुरू करने वाला ICICI पहला बैंक बन गया है। बैंक ने 11 अप्रैल को इसे शुरू करते हुए बताया कि अब कस्टमर ईएमआई सुविधा का फायदा यूपीआई स्कैन करने में उठा सकते हैं। इसका प्रॉसेस ये होगा…
सबसे पहले बैंक में बाई नाउ, पे लेटर सुविधा के लिए अप्लाई करना होगा।
बैंक से अप्रूवल के बाद कस्टमर अकाउंट में कम अमाउंट होने के बावजूद कहीं भी सिर्फ क्यूआर कोड स्कैन कर पेमेंट कर सकते हैं।
कस्टमर जो राशि इस क्रेडिट लाइन से खर्च करेगा उसके लिए बस यह शर्त है कि तीन, छह या नौ महीने के अंदर पैसे वापस जमा करने होंगे।