उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ ने झांसी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद का एनकाउंटर कर दिया. असद में उमेश पाल हत्याकांड मुख्य आरोपी था और लंबे समय से फरार था. आरोप है कि उमेश पाल हत्याकांड में असद खुद शामिल था. पुलिस के मुताबिक, एकाउंटर में उमेश हत्याकांड में शामिल गुलाम भी मारा गया. असद और गुलाम दोनों पांच-पांच लाख रुपये के ईनामी थे. उमेश पाल की मां शांति देवी और पत्नी जया पाल ने असद अहमद के एनकाउंट में मारे जाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रशासन का शुक्रिया अदा किया है. असद और गुलाम पारीछा बांध के पास छिपे थे. बांध के पास ही दोनों का एनकाउंटर हुआ है.
बताया जा रहा है कि असद और गुलाम का एनकाउंटर आज करीब 12 बजे हुआ है. एनकाउंटर, यूपी के झांसी के बड़का गांव के पारीछा बांध जो झांसी से 7 किलोमीटर पड़ता है, वहां हुआ. 12 लोग इस मुठभेड़ में शामिल थे, जिसमें 2 डिप्टी एसपी और 2 इंस्पेक्टर भी शामिल हुए. 2 विदेशी पिस्टल भी पुलिस ने बरामद की हैं. इस मुठभेड़ के 40 राउंड फायर हुए.
असद और गुलाम दोनों के पास नए सिम कार्ड और नए फोन थे. इनके पास से विदेशी हथियार भी मिले हैं. बताया जा रहा है कि असद और गुलाम ने पुलिस पर फायरिंग की और जवाब में पुलिस ने फायरिंग की. इस दौरान ही दोनों मारे गए.
बताया जा रहा है कि असद, झांसी से मध्यप्रदेश भागने की फ़िराक़ में था. असद हत्याकांड को अंजाम देने के बाद लखनऊ गया. लखनऊ से कानपुर फिर वहां से लगभग एक हफ़्ते मेरठ रहा. मेरठ से वो दिल्ली के संगम विहार गया. वहां से फिर यूपी गया और झांसी शहर से मोटरसाइकिल से मध्यप्रदेश जा रहा था. यूपी एसटीएफ़ रात से ही झांसी के कई इलाकों में छापेमारी कर रहे थे. अतीक के गैंग के एक सदस्य ने पुलिस को मुखबरी की थी.
असद के एनकाउंटर पर यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया- यूपी STF को बधाई देता हूं, श्री उमेश पाल एडवोकेट और पुलिस के जवानों के हत्यारों को यही हश्र होना था!
उमेश पाल हत्याकांड में गुलाम भी शामिल था, जो मामले से जुड़े सीसीटीवी फुटेज में टोपी पहने नजर आया. गुलाम फरार था. वह अतीक अहमद के परिवार से पिछले लंबे समय से जुड़ा रहा था. वह मरियाडीह का रहने वाला था, जहां अतीत गैंग ने कई सनसनीखेज वारदातों को अंजाम दिया है.
यूपी पुलिस को उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी अतीक अहमद के बेटे असद की तलाश पिछले काफी दिनों से थी. असद दिल्ली में 15 दिनों तक ठहरा था. पुलिस की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, वह दक्षिण व पश्चिम दिल्ली के अलावा अन्य जगहों पर 15 दिनों तक छिपा रहा था. बाद में उसने दिल्ली से भी अपना ठिकाना बदल लिया. यूपी एसटीएफ की सूचना पर पिछले महीने दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलीजेंस यूनिट ने असद के मददगार तीन आरोपितों को आर्म्स एक्ट में मामले में दबोच कर यूपी एसटीएफ को सौंप दिया था.
उत्तर प्रदेश में 24 फरवरी को धूमनगंज थाना क्षेत्र में उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. यह पूरी घटना आसपास के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी, जिसकी मदद से ज्यादातर शूटर की पहचान हो गई थी. उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने घटना के अगले दिन धूमनगंज थाने में इस मामले की एफआईआर दर्ज कराई थी. इस एफआईआर में पूर्व सांसद अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, अतीक के दो बेटों, अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम एवं नौ अन्य लोगों को हमले के लिए दोषी बताया. इसके बाद पुलिस ने दोषियों को पकड़ने के लिए कई टीमों का गठन किया और तेजी से कार्रवाई की, जिसके परिणाम सामने भी आ रहे हैं.