हरियाणा के यमुनानगर के जगाधरी में कक्षा 4 में पढ़ने वाले 11 साल के बच्चे ने रात को घर में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। मृतक बलजीत कुमार को उसकी दादी ने पढ़ाई के लिए टोका था। इससे वह इतना नाराज हुआ कि रात को ही फंदा लगाकर जान दे दी।
जगाधरी के केशव नगर में बृजेश कुमार अपने परिवार के साथ रहता है। वह एक बर्तन फैक्टरी में काम करता है। उसका 11 साल का बेटा बलजीत कक्षा 4 में पढ़ता था। वह तीन भाई-बहनों मे सबसे बड़ा था। शुक्रवार शाम को वह ट्यूशन से लौट कर आया और घर में खेलने लगा। इस बीच उसकी दादी रामकली ने उसे पढ़ाई के लिए कहा। इस मामूली सी बात से नाराज होकर बलजीत अपने कमरे में चला गया।
परिजनों ने बताया कि छात्र बलजीत इतना नाराज हुआ कि उसने अपने पायजामे के नाड़े से गुल मेख से एक डोर बांधकर दूसरी डोर गले से बांधी और आत्महत्या कर ली। परिवार के लोगों ने खिड़की का पर्दा हटा कर देखा तो वह फंदे पर झूल रहा था। परिजनों ने बुढ़िया गेट पुलिस चौकी को घटना की सूचना दी। पुलिस कर्मचारी मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए यमुनानगर के सिविल अस्पताल में भिजवा दिया।
मृतक बालक के परिजन मनीष कुमार ने बताया कि बलजीत कक्षा 4 में पढ़ रहा था। दादी ने उसे पढ़ने के लिए कहा तो मामूली बात से नाराज होकर फंदा लगा लिया। बुड़िया गेट पुलिस चौकी इंचार्ज ने बताया कि बलजीत कुमार के छोटे भाई बहन हैं। पिता बृजेश कुमार जगाधरी बर्तन फैक्ट्री में लेबर का काम करते हैं। मौके फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया और घटनास्थल का गहनता से अध्ययन किया गया। कोई भी सुसाइड नोट मौके से बरामद नहीं हुआ है। पुलिस की जांच जारी है।