दिल्ली के द्वारका का महावीर एन्क्लेव इलाका। 15-20 किलोमीटर के इलाके में मौजूद 4 थानों में एक ही महिला ने रेप-गैंगरेप, छेड़छाड़, यौन शोषण के 7 केस दर्ज कराए हैं। ये सारी FIR बीते 8 साल में दर्ज कराई गई हैं। यानी इस दरम्यान इस महिला के साथ तकरीबन हर साल रेप-गैंगरेप हुआ और छेड़छाड़ की घटनाएं भी होती रहीं।
सभी केस में कहानी भी बहुत अलग नहीं है, पैसों का लेन-देन और कथित लव रिलेशनशिप के बाद दोस्तों के साथ मिलकर रेप या गैंगरेप। इसके अलावा डराने-धमकाने, गलत तरह से छूने जैसे आरोप भी लगाए गए हैं। हालांकि, जब मैंने ये सारे केस दर्ज कराने वाली महिला से बात करने की कोशिश की, तो उन्होंने दुनिया से ‘भरोसा उठ’ जाने का हवाला देकर बात करने से इनकार कर दिया।
आरोपी बात कर रहे, पीड़ित महिला अंडरग्राउंड
इसी के बाद मैंने इस सभी केस की पड़ताल करना शुरू किया और आरोपियों से भी बात की। चौंकाने वाली बात ये थी कि सभी आरोपी अपना पक्ष रखने के लिए तैयार थे। सिर्फ एक आरोपी नहीं मिल सका। उसका नाम था चांद। चांद के खिलाफ सबसे पहले FIR दर्ज हुई थी। उसने केस से तंग आकर 4 साल पहले ही सुसाइड कर लिया।
सबसे नए केस में आरोपी पंकज कश्यप और उनके पिता सुरेश कश्यप ने अपने ऊपर दायर 3 FIR के अलावा बाकी की 4 FIR इकठ्ठा कर द्वारका के DSP को एप्लीकेशन लिखी है। इसमें उन्होंने केस दर्ज कराने वाली महिला पर संगीन आरोप लगाए हैं। पंकज का परिवार यह केस पहले के 6 केसों को आधार बनाकर लड़ रहा है। DSP को दी लिखित में शिकायत के मुताबिक, महिला युवा लड़कों को ‘हनीट्रैप’ में फंसाती है।
आरोपी, जो खुद को पीड़ित बता रहे
आरोपी पंकज कश्यप और उनके परिवार के अलावा 6 में से एक केस में आरोपी दीपक राज ने मुझसे मुलाकात की। दीपक राज इस पूरे मामले में अहम कड़ी हैं, क्योंकि उन पर और उनके दो रिश्तेदारों पर महिला ने गैंगरेप का आरोप लगाया था। ये केस अदालत में नहीं टिका और आरोप झूठे साबित हुए। दीपक आरोप से बरी हो चुके हैं। हालांकि, केस के चक्कर में उन्होंने दिल्ली छोड़ दिया और आगरा जाकर बस गए।
सबसे पहले मेरी मुलाकात 22 साल के पंकज से हुई। पंकज घरों में पानी की बोतल सप्लाई करते हैं। हालांकि, यह काम अब उनकी जगह उनके भाई करते हैं। पंकज तो अब डर के मारे घर से नही निकलते। उनके मुताबिक, उन्हें डर है कि वह महिला फिर से कोई आरोप लगा देगी। महिला ने उन पर पहला केस 14 फरवरी 2022 में दर्ज कराया था।
दूसरा केस अगस्त 2022 में दर्ज कराया गया। पंकज अब तक दो बार जेल जा चुके हैं। पहली बार एक महीने बाद बेल हुई, तो दूसरी बार दो महीने बाद। पंकज कहते हैं, ‘अब मेरे पास एक ही चारा है कि मैं दिल्ली छोड़ दूं। मैं यहां कोई काम नहीं कर सकता। एक साल से घर पर बैठा हूं। अपनी गली में भी निकलता हूं तो डर लगा रहता है। कहीं वह पीछे से आ न जाए। कोई नया केस न कर दे।’
महिला की FIR के मुताबिक, पंकज ने 6 फरवरी, 2022 को अपने दोस्तों के सामने खुली जगह में उसका रेप किया। पंकज ने बताया, ‘हमारी मुलाकात ये आरोप लगने के 3-4 महीने पहले ही हुई थी। मैं उसके घर पानी देने जाता था। उनका नंबर मेरे पास था। बस वहीं मुलाकात होने लगी। हमारे संबंध भी बने, लेकिन सब कुछ सहमति से था।’