बिलासपुर में शुक्रवार को एक युवक की लाश मिलने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। युवक की हत्या उसके ही मौसेरे भाई ने की है। यह सब दोनों भाइयों के एक ही महिला से अवैध संबंध को लेकर हुआ।
आरोपी ने अपने एक साथी के साथ मिलकर युवक पर पेचकस से वार किए थे। इसके बाद उसके ऊपर पत्थर भी पटका। फिर मृतक की एक आंख निकाली और उसके हाथ का पंजा काट दिया था। मामला चकरभाठा थाना क्षेत्र का है। एसपी संतोष सिंह ने रविवार को पूरे मामले का खुलासा किया है। फिलहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
शुक्रवार को सेंट्रल पॉइंट होटल के पीछे एक युवक का शव मिला था। जिसकी पहचान दीपक यादव (30) के रूप में हुई थी। वो सरकंडा थाना क्षेत्र के अटल आवास में रहता था। दीपक घर का खर्चा चलाने के लिए खुद की स्कूल वैन चलाया करता था। शव मिलने के बाद से ही पुलिस मामले की जांच कर रही थी। परिजनों से पूछताछ में पता चला था की दीपक घर से घूमने के लिए निकला था। फिर लौटा ही नहीं है।
पुलिस को जांच के दौरान घटनास्थल से खून लगी हुई बीयर की बोतल मिली थी। जांच के लिए इसी बीयर बोतल को सहारा बनाया। फिर इसके कोड को स्कैन किया था। जिससे उस दुकान का पता चल पाया। जांच में पता चला कि आरोपियों ने व्यापार विहार इलाके में स्थित शराब दुकान से शराब खरीदी थी।
इसके बाद पुलिस की टीम दुकान पहुंची। वहां पर सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया। जिसमें दुर्गेश नाम का आरोपी नजर आया। पुलिस को पता चला कि दुर्गेश का संबंध दीपक से है। दुर्गेश दीपक की मौसी का लड़का है। इस पर पुलिस ने तुरंत उसे हिरासत में लिया और उससे पूछताछ की। मगर बार-बार पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करता रहा।
उधर, जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की। तब उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि इस पूरी वारदात में उसका साथ मनोज यादव और ललिता यादव (गर्लफ्रेंड) ने दिया है। दुर्गेश ने बताया कि ललिता का प्रेम प्रसंग काफी समय से दीपक के साथ चल रहा था। इस बीच दुर्गेश का संबंध भी ललिता से हो गया था। ललिता अपनी पति को छोड़कर अकेली रहती थी।
वहीं इस बात की जानकारी जब दीपक को लगी तब दीपक इस बात का विरोध करने लग गया था। कई बार वह दुर्गेश को जान से मारने की धमकी दे चुका था। इसलिए आरोपी ने उसे मारने का प्लान बनाया था। आरोपियों ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के लिए हमने क्राइम पेट्रोल देखा था। वहीं से दीपक को कैसे मारना है। वो प्लान बनाया।
आरोपी दुर्गेश ने बताया कि हमें 13 अप्रैल को मौका मिल गया। मैंने दीपक को शराब पीने के बहाने नूतन चौक बुलाया। यहीं पर मैंने प्लानिंग के तहत उसे गाड़ी वहीं छोड़ने के लिए कहा था। इसके बाद उसे अपनी कार में बिठा लिया और व्यापार विहार की तरफ ले गए। यहां पर मैंने मनोज यादव को अपने साथ बिठाया। फिर दुकान से बीयर और शराब खरीदी।