भाजपा से सभासद का टिकट दोबारा न मिलने पर रविवार दोपहर को भाजपा नेता दीपक सैनी ने जहर खा लिया। इलाज के दौरान मेरठ में उनकी मौत हो गई। हालांकि जहर खाने के कुछ ही देर बाद भाजपा ने अपनी दूसरी लिस्ट भी जारी कर दी। इसमें दीपक सैनी का नाम था। दीपक सैनी शामली के कांधला थाना क्षेत्र की नगर पंचायत कांधला के वार्ड नंबर-3 से सभासद का टिकट मांग रहे थे।
इससे पहले भी वो इसी वार्ड से सभासद रह चुके हैं। परिवार के लोगों ने नगर पंचायत कांधला के बीजेपी चेयरमैन पद के उम्मीदवार नरेश सैनी पर दीपक का टिकट कटवाने का आरोप लगाया है। घटना के बाद से पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं दीपक की मां ने रोते हुए कहा कि हमें चेयरमैनी और सभासद का टिकट नहीं चाहिए। बस मेरा लाल मुझे लौटा दो।
मेरठ के अस्पताल में हुई दीपक की मौत
दीपक की उम्र 25 साल थी। उनके पिता मजदूरी करने का काम करते हैं। शनिवार देर शाम भाजपा ने शामली समेत कई जिलों में सभासद प्रत्याशियों की सूची जारी की थी। उस लिस्ट में अपना नाम न देखकर पूर्व सभासद और भाजपा नेता दीपक सैनी नाराज हो गए थे।
उनकी पार्टी के एक कार्यकर्ता ने बताया कि दीपक सैनी ने इस बात को लेकर जहर खाने की धमकी दी थी। इसके बाद उनके टिकट को लेकर जिला प्रत्याशी, पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के बीच एक मीटिंग भी हुई थी। मीटिंग में भी टिकट को लेकर दीपक की बहस हो गई थी। वो गुस्से में उठकर चले गए थे।
रविवार को दीपक ने गुस्से में आकर जहर खा लिया। उनकी हालत काफी खराब हो गई थी। उन्हें गंभीर हालत में मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनकी मौत हो गई। इस मामले में अभी किसी पर कोई केस दर्ज नहीं किया गया है।
हम लंबे समय से साथ काम कर रहे हैं
जिनके ऊपर परिवार के लोग आरोप लगा रहे हैं, उन्होंने दीपक सैनी को अपना छोटा भाई बताया है। बीजेपी चेयरमैन पद के उम्मीदवार नरेश सैनी का कहना है कि उनके हाथ में किसी का टिकट काटना और देना नहीं है। वो तो खुद दीपक का हमेशा साथ देते रहे हैं। उसके साथ लंबे समय से काम कर रहे थे। वो इस सीट का प्रबल दावेदार था। पता नहीं क्यों उसने सुसाइड कर लिया? जबकि दूसरी लिस्ट में उसका नाम आ गया था। उसको बहुत समझाया गया था लेकिन उसके किसी की बात नहीं सुनी।