बाड़मेर के पास दो ट्रेलर में टक्कर के बाद लगी भीषण आग में तीन लोग जिंदा जल गए। घटना सोमवार सुबह 4 बजे की है। जब आग लगी तो आग में जल रहे लोगों की चीखें आसपास के घरों तक पहुंचीं। लोगों ने घर से बाहर निकलकर देखा तो आग का गोला धधक रहा था। धमाकों की आवाज आ रही थीं। पास ही के एक खेत में कुछ महिलाएं थीं, जो पानी का पाइप लेकर भी आग की तरफ दौड़ पड़ीं।
आग बुझाने की कोशिश कर ही रहीं थी कि लाइट कट गई। एक व्यक्ति मौके से थोड़ी दूर बैठा रो रहा था। बोला- उसके भतीजे समेत तीन लोग आग में जिंदा जल गए। हादसा बाड़मेर जिले के गुड़ामालानी आदूराम पेट्रोल पंप के पास का है।
दरअसल, दोनों ट्रेलर में दो-दो ड्राइवर थे। मौरबी गुजरात से टाइल्स भरकर पंजाब जा रहे ट्रेलर में चाचा लक्ष्मणराम व भतीजा प्रदीप (23) थे। दोनों बीकानेर के नोखा के रहने वाले थे। भतीजा ट्रेलर चला रहा था। चाचा पास में सो रहा था। गुड़ामालानी पेट्रेाल पंप के पास सामने से आ रहे मिट्टी से भरे से दूसरे ट्रेलर से उनकी टक्कर हो गई।
चाचा लक्ष्मणराम कुछ समझ पाता इससे पहले आग लग गई। भतीजे को बचाने की कोशिश करता, इससे पहले डीजल टैंक फट गया। वहीं, मिट्टी से भरे ट्रेलर में मोहम्मद शरीफ खान (40) पुत्र सामू खान, मोहम्मद रफीक (34) पुत्र हुसैन खान दोनों जिंदा जल गए। दोनों ही बीकानेर के नाल के रहने वाले थे।
घटनास्थल से पूजा देवी का मकान सिर्फ 60 मीटर दूर था। पूजा देवी बोली- सुबह 4 बचे के आसपास हमारे परिवार में सब लोग उठ जाते हैं। जैसे उठे तो धमाके की आवाज आई। कुछ सेकेंड में आग लग गई। आग देखते ही पुलिस को फोन लगाने की कोशिश की, लेकिन फोन लगा नहीं।
कुएं से पाइप लाइन ले जाकर ट्रेलर में लगी आग को बुझाने की कोशिश की। पानी गिराने के दौरान ही लाइट कट गई। तब दोबारा पुलिस व लाइटवालों को फोन लगाया। हमारे दिमाग में यही था कि शायद पाइप से पानी डालने से आग बुझ जाएगी और लोग बच जाएंगे।