डीईओ कैमूर द्वारा वित्तीय अनियमितताऔर गबन के मामले में प्राचार्य ने नहीं दिया जवाब

 न्यूज़ वाणी ब्यूरो शोएब खान 

 

दुर्गावती कैमूर ज़िला के स्थानीय प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत कल्याणपुर मौजा में स्थित बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा मान्यता प्राप्त विद्यालय दुर्गावती कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय कल्याणपुर के प्राचार्य ने वित्तीय अनियमितता और गबन के मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी को समयावधि के अंदर जवाब नहीं दिया है। ज्ञात हो कि इस मामले में निदेशक बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना ने भी संज्ञान लिया है। जिसके आलोक में जिला शिक्षा पदाधिकारी कैमूर ने प्राचार्य को पत्र प्रेषित कर पूरे मामले में बिंदुवार जवाब मांगा था जिसकी समयावधि एक सप्ताह तक थी । जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि अभी तक विद्यालय के प्राचार्य के द्वारा पत्र का जवाब नहीं दिया गया। जानकारी के लिए बता दें कि दुर्गावती कन्या ट्रस्ट द्वारा इस विद्यालय का संचालन होता है ।जिसकी जानकारी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा प्राप्त हुई है और समिति में रखे अभिलेख से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह भी बताया गया है कि विद्यालय का स्थाई संबद्धता भी दुर्गावती कन्या ट्रस्ट के द्वारा प्राप्त हुआ है । लेकिन वित्तीय अनियमितता और गबन का आरोप लगने के बाद इस विद्यालय के प्राचार्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने मनमाने तरीके से सर्वोदय ट्रस्ट का गठन कर दिया और चोरी छिपे बिहार विद्यालय परीक्षा समिति में ट्रस्ट की छाया प्रति जमा कर दी। जिसके बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के निदेशक ने प्राचार्य और अध्यक्ष के साथ कैमूर डीईओ को एक पत्र प्रेषित किया । जिसमें लिखा गया है कि किस परिस्थिति में दुर्गावती कन्या ट्रस्ट के स्थान पर सर्वोदय ट्रस्ट डीड की प्रति परीक्षा समिति में जमा की गई क्या दुर्गावती कन्या ट्रस्ट को किस परिस्थिति में विघटित कर दिया गया है। क्या इसकी सूचना जिला कार्यालय और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना को दी गई थी..? दुर्गावती कन्या ट्रस्ट एवं विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष भरत सिंह ने बताया कि कई वित्तीय वर्ष के आय-व्यय पंजी दस्तावेज गायब है। एक साजिश के तहत इस विद्यालय के प्राचार्य के द्वारा उसे नष्ट कर दिया गया है ताकि वित्तीय अनियमितता और गबन का मामला उजागर ना हो सके। दुर्गावती कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष ने पूरी कमेटी के साथ जब विद्यालय का समेकित जांच किया जिसमें छात्राओं की उपस्थिति आय व्यय पंजी तो वित्तीय अनियमितता का मामला उजागर हुआ। ऐसे में इनके द्वारा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के निदेशक के अलावा जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला अधिकारी कैमूर को लिखित आवेदन देकर पूरे मामले की जांच का मांग किया है। यही कारण है कि इस आलोक में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने विद्यालय के प्राचार्य को प्रेषित कर कहा है कि 10 सालों से संचालित विद्यालय समिति की संचिका में संलग्न अभिलेखों के अनुसार यह पाया जा रहा है कि विद्यालय में दुर्गावती कन्या ट्रस्ट संचालित है। आप स्पष्ट करें कि किस परिस्थिति में दुर्गावती कन्या ट्रस्ट के स्थान पर सर्वोदय ट्रस्ट का दस्तावेज प्रस्तुत किया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने यह पत्र 10 अप्रैल 2023 को प्राचार्य के नाम से प्रेषित किया है। सबसे बड़ी बात यह कि इस विद्यालय को दुर्गावती कन्या ट्रस्ट समिति के द्वारा ही बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा स्थाई मान्यता प्राप्त हुआ है ,लेकिन विद्यालय के प्राचार्य ने वित्तीय अनियमितता का आरोप लगने के बाद मनमाने रूप से पहले से संचालित ट्रस्ट को विघटित कर नया ट्रस्ट बना दिया। ट्रस्ट एवं विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष भरत सिंह ने आरोप लगाया है कि विद्यालय की राशि का प्राचार्य के द्वारा बड़े पैमाने पर दुरुपयोग किया गया है। इसकी जानकारी समिति को तब प्राप्त हुई जब पप्राचार्य द्वारा किए गए भ्रष्टाचार को जांच कराने के लिए समिति ने एक तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की। जिसमें विद्यालय के ही दो वरिष्ठ शिक्षकों रामप्रवेश शर्मा एवं राजबंश तिवारी के साथ लिपिक संगीता कुमारी शामिल थी ।जांच समिति द्वारा जाँच करने पर प्रधानाध्यापक के द्वारा किए गए भ्रष्टाचार और वित्तीय गबन का मामला उजागर हुआ। ये राशि लगभग कई लाखों में है और इससे बचने के लिए प्राचार्य ने विद्यालय की शिक्षिका सुशीला त्रिपाठी के नेतृत्व में एक नया ट्रस्ट गठित किया। हालांकि विभाग ने संज्ञान में लेते हुए अंकित तमाम आरोपों के संदर्भ में प्राचार्य से बिंदुवार साक्ष्य के साथ जवाब मांगा है। लेकिन अभी तक प्राचार्य के द्वारा साक्ष्य प्रस्तुत नहीं करना अपने आप में गंभीर विषय है। इस विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं का भविष्य भी संकट में है और विद्यालय का विकास भी अवरुद्ध है।

इतना ही नहीं विद्यालय से दो शिक्षकों को भी मनमाने तरीके से विद्यालय में पढ़ाने से मना कर दिया गया । और पूर्व में रिटायर शिक्षकों को उन शिक्षको की जगह बहाल कर उनसे पढ़ावाया जा रहा है । जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि विद्यालय पर कब्जा करने की नियत है ऐसे घिनौने कृत्य किए गए हैं । इस आशय में जिला शिक्षा पदाधिकारी सुमन कुमार शर्मा ने बताया कि उक्त मामले के संबंध में शो कॉज नोटिस प्राचार्य को भेजी गई है जिसका जवाब अभी प्राप्त नहीं हुआ है ,समय से जवाब नहीं मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी ।

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