छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में हुई नक्सल घटना ने एक बार फिर पूरे देश की आंखें नम कर दी हैं. डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डी आर जी) के 10 जवान और एक वाहन चालक की शहादत ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है. किसी का सुहाग उजड़ा तो किसी ने अपने नौजवान बेटे को खोया.
कई मासूमों के सिर से पिता का साया उठा. पिता के लिए बच्चे बिलखते नजर आए, तो कहीं सुहाग उजड़ने के बाद पत्नियां खुद को संभाल नहीं पाईं.
कसोली गांव में जब शहीद पति लखमू मरकाम के लिए चिता सजाई गई तो उनकी पत्नी उसी चिता पर लेट गईं. बिलखते हुए कहने लगीं, ‘इनसे पहले मुझे जला दो.’साथियों की शहादत और उनके घरवालों की चीखें सुनकर (डी आर जी) की महिला कमांडोज भी रो पड़ीं.
एक वायरल वीडियो में देखा गया कि अपने शहीद पिता और परिजनों के पार्थिव शव लेने पहुंचे बच्चे और बड़े सुबकते रोते नजर आए. इस दौरान महिला कमांडोज उन बिलखते बच्चे को अपने हाथों से भरी गर्मी में पानी पिलाती और दुलारती हुईं नजर आईं.