ईंट-भट्ठे के गहरे गड्ढे में भरे पानी में डूबने से चार मासूम बच्चों कि हुई मौत

 

अमरोहा में गजरौला के गांव नौनेर में ईंट-भट्ठे के गहरे गड्ढे में भरे पानी में डूबने से चार मासूम बच्चों की मौत हो गई। हादसे के मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। बच्चों को पानी से बाहर निकाला गया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने भी घटना की जानकारी की। सूचना पर जिलाधिकारी बालकृष्ण त्रिपाठी व एसपी आदित्य लांग्हे मौके पर पहुंच गए।

क्षेत्र के नौनेर गांव निवासी पूर्व प्रधान पति रजब अली का गांव में ही ईट भट्ठा है। यहां पर बिहार के मजदूर काम कर रहे हैं। शुक्रवार की सुबह बिहार के जिला जमुई जनपद के लगमा गांव निवासी राम का बेटा सौरभ, थाना बरहट के गांव घुघोलटी निवासी नारायण की बेटी सोनाली, मठिया गांव निवासी अजय का बेटा अजीत, झगड़ू की बेटी नेहा पानी से भरे ईट भट्ठे के गड्ढे की तरफ चले गए।

वहां चारों बच्चे खेलते समय एक के बाद एक पानी में डूब गए। हादसे के बाद लोगों की मौके पर भीड़ जुट गई। जानकारी मिलने पर भट्ठा स्वामी भी मौके पर पहुंच गए। सभी बच्चों को निजी अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां चिकित्सक ने बच्चों को मृत घोषित दिया। हादसे के बाद मासूम बच्चों के परिवार में कोहराम मच गया।

ईंट-भट्टे पर मानक से अधिक गड्‌ढे करा दिए गए थे। ईंट-भट्‌टा संचालक ने जेसीबी से यहां गहरे गड्‌ढे करवा दिए थे। इस दौरान बारिश में वहां पानी भर गया। सुबह के समय बच्चे खेलने पहुंचे और खेलते-खेलते गहरे गड्‌ढे तक पहुंच गए। इस दौरान चारों बच्चे डूबने लगे। सभी एक दूसरे को पकड़कर बचने की कोशिश की लेकिन चिकनी मिट्टी होने की वजह से उनके पैर गड्‌ढे में फिसलते रहे। चारों उसी गहरे गड्‌ढे में डूब गए।

चार बच्चों के डूबने की सूचना पर पुलिस पहुंची। इस दौरान ईंट-भट्ठे पर पहुंची और वहां बने गड्‌ढे की लंबाई नापी। जो काफी अधिक थी। सीओ अरुण कुमार मौके पर पहुंचे। हादसे की जानकारी हासिल की। पुलिस ने चारों बच्चों के शवों को कब्जे में ले लिया है।

काफी देर तक बच्चे वापस नहीं लौटे तो झगड़ू अपनी बेटी नेहा को देखने के लिए चला गया। नेहा को तलाशते हुए झगड़ू गड्ढे के पास पहुंचा तो बच्चों को डूबा देख उसकी चीख निकल गई। शोर शराबा होने पर बाकी लोग भी दौड़ पड़े। मासूम बच्चों को पानी से बाहर निकाला।

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