गुजरात के अधिकांश इलाकों में गुरुवार को भारी बरसात हुई है। वहीं, कच्छ में दिन भर हुई बारिश से जनजीवन प्रभावित हो गया। शहर में जगह-जगह सड़कें नदियों में तब्दील हो गईं थीं। कच्छ के अलावा जामनगर, जूनागढ़, दाहोद, वलसाड और अरवल्ली जिले में भी जोरदार बारिश हुई, जिससे अरवल्ली की कई स्थानीय नदियां उफान पर आ गईं। आम की मूंग दाल की फसल खराब होने से किसानों में चिंता का माहौल है।
कच्छ में लगातार दूसरे सप्ताह बारिश कच्छ में लगातार दूसरे सप्ताह में तीन दिनों से बारिश हो रही है। बारिश के अलावा तेज हवाओं से भी काफी आर्थिक नुकसान की खबर है। गुरुवार को दोपहर नखत्राणा में धुंआधार बारिश हुई। लगातार एक घंटे हुई बारिश 2 इंच दर्ज की गई है। कई जगह बिजली के तार गिर गए। भूज-लखपत रोड पर आवागमन बाधित हो गया। मांडवी तालुका में भी नदियां उफान पर हैं।
मंगलवार को जूनागढ़ जिले के मनवादर तालुका के एक गांव से होकर गुजरने वाली एक छोटी नदी बेमौसम बारिश के बाद उफान पर आ गई। इस दौरान 12 खेतिहर मजदूरों को ले जा रहा एक लोडिंग ऑटो शाम को उस नदी को पार करते समय बह गया। स्थानीय अग्निशमन दल और ग्रामीणों ने नौ लोगों को बचा लिया, जबकि तीन महिलाओं का उस समय पता नहीं चल सका। उनके शव बुधवार को नदी से बरामद किए गए। इन तीन महिलाओं की पहचान शांताबेन राठौड़ (40), भारतीबेन सोलंकी (40) और उनकी बेटी संजना सोलंकी (18) के रूप में हुई है।
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से अहमदाबाद सहित राज्य में अप्रैल के अंतिम सप्ताह में बारिश के हालात बने हैं। अगले 7 से 8 दिनों तक बारिश की संभावना बनी रहेगी। इतना ही नहीं पूरे मई में राज्य के अधिकांश हिस्सों का अधिकतम तापमान सामान्य से 2.0 डिग्री कम रहने की संभावना है। ऐसे में गर्मी में सामान्य गिरावट देखने को मिलेगी।
मई का सामान्य तापमान 41 से 42 डिग्री के आसपास रिकॉर्ड किया जाता है। लेकिन वर्तमान में पाकिस्तान के आसपास बना सक्रिय वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) साइक्लोनिक सर्कुलेशन में तब्दील हो गया है, जिससे पूरे राज्य में अगले 7 से 8 दिनों तक बारिश होने की संभावना है। यही नहीं राज्य के अधिकांश हिस्सों का अधिकतम तापमान सामान्य से 2 से 3 डिग्री कम रहने की संभावना है।