प्राइवेट बस स्टैण्ड की वेश कीमती जमीन पर भूमाफियाओं का कब्जा

 

मुन्ना बक्श ब्यूरो चीफ

बांदा । यात्री विश्राम गृह, स्नानघर, मंदिर,पानी की टंकी, टायलेट, तुडवाकर बना लिया आफिस और गद्दी।
इनकी हिम्मत की बात देखिये ! सरकार को ही चुनौती दे डाली ? मुसाफिरों के लिये बनवाये गये विश्रामशाला, मंदिर,रैन बसेरा,टिकिट घर,पानी की टंकी, स्नान घर वासरुम टायलेट आदि मे भूमाफियों ने कब्जा करके इन सुविधाओं का नामोनिशान मिटा दिया। इनके स्थान पर करोडों रुपये कीमत के सार्वजनिक भूखंड पर इन भमिमाफियाओं ने अपनी-अपनी गद्दी और आफिस बना लिया है। बसों का इंतजार करने वाले सैकडों मुसाफिर गर्मी,सर्दी,और बरसात मे खुले आसमान के नीचे लू-लपट, गर्मी,हाड कंपाती सर्दी और बरसते पानी का दर्द झेलते रहते हैं। टिकिट घर ढहा दिये जाने से निजी बसों के कन्डेक्टर बस के अंदर ही टिकिट बनाने के लिये मजबूर हैं। अगर किसी यात्री को टायलेट अथवा पेशाब करने जाना है,तो उसे सडक पार करके किसी निर्जन स्थान मे ही जाना होगा।अनाधिकृत कब्जे की वजह से शहर का प्राइवेट बस स्टैण्ड कहे जाने वाले इस स्थल के आस-पास मुसाफिरों के लिये अब कहीं कोई सुविधा नहीं है।
बांदा शहर के खाईपार मोहल्ले मे रहने वाले वरिष्ट समाज सेवी,आरटीआई कार्यकर्ता सद्दू अली ने पिछले 4 मई को सूबे के चीफ मिनिस्टर योगी आदित्य नाथ को उनके पोर्टल पर भेजी गयी शिकायत मे कहा है कि करीब 60 साल पहले राइफल क्लब से सटे पिछवाडे हिस्से मे यात्रियों की सुविधाओं के मद्देनजर बांदा नगर पालिका ने बांदा-बबेरु-नरैनी,मार्ग मे चलने वाली प्राइवेट बसों के सुगम संचालन हेतु प्राइवेट बस ओनर्स एशोसियन के नाम से उपरोक्त भूखंड का पट्टा किया था। पालिका ने इस भूखंड मे मुसाफिरों की सुविधा के लिये एक यात्री विश्रामगृह,टिकिट घर,मंदिर,स्नान गृह और शौचालय का निर्माण कराया था। पेयजल के लिये जल संस्थान ने एक विशाल टंकी बनवाई थी। किन्तु दो दशक पहले यह सब सुविधायें गायब हो गयीं। बस स्टैण्ड की वेश कीमती जमीन पर अबैध रुप से कब्जा करके भूमाफियों ने इनके स्थान पर अपनी गद्दियों का निर्माण करा लिया है। नतीजतन मुसाफिरों के लिये उपलब्ध कराई गयी सुविधाओं का कोई वजूद नहीं रह गया है।
श्री अली का आरोप है कि भाई-बहन, और बुआ-बबुआ की सरकारों के दौरान इन सभी सरकारी संपत्तियों को दबंग भूमाफिया हजम कर गये हैं।अपराधियो, माफियाओं और भूमाफिया की कट्टर दुश्मन सूबे की मौजूदा योगी सरकार के लिये यह बहुत बडी चुनौती है। यात्रियों की सुविधाये छीनकर अपनी दूकान, गद्दी, और आफिस सजाने वाले भूमाफियों पर बुलडोजर चलवाना अत्यंत जरुरी है। ताकि शहर के प्राइवेट बस स्टैण्ड मे बसों का इंतजार करने वाले यात्रियों की सुविधायें फिर से बहाल हो सकें। शिकायत कर्ता सद्दू अली ने बताया कि उनकी शिकायत को गंभीरता से लेते हुये शासन ने बांदा नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी से इस बाबत 19 मई तक आख्या भेजने को कहा है।

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