कैंसर के नाम पर फर्जी तरीके से लोगों से करोड़ों की क्राउड फंडिंग

 

ब्रिटेन में बीमारी के नाम पर फर्जी तरीके से लोगों से पैसा वसूलने का मामला सामने आया है। असल में, ब्रिटेन की रहने वाली मां-बेटी ने अपनी बीमारी के बारे में झूठी खबर फैलाई। मां ने दावा किया कि उसकी बेटी को ब्रेन ट्यूमर है और वह कुछ ही दिनों की मेहमान है।

मां का कहना था कि उसकी बेटी का अमेरिका में इलाज हो सकता है। लेकिन इसके लिए करोड़ों रुपए की जरूरत है। लड़की ने भी अपने इलाज के लिए भावुक अपील कर लोगों से मदद मांगी। जिसके बाद ब्रिटिश लोगों ने दिल खोलकर उसकी मदद की।

मां और बेटी ने कई बार इसी तरह से मदद की अपील की। कभी अस्पताल में तो कभी ICU या वेंटिलेटर पर होने का दावा किया गया। 16 साल की इस लड़की के इलाज के लिए ब्रिटेन में बाकायदा कैंपेन चलाया गया।

पीएम से कई बड़े सेलिब्रिटीज भी उसकी मदद को आगे आए। मीडिया में भी उसकी खबरें चलीं। जिसके चलते लड़की और उसकी मां काफी पॉपुलर भी हो गई। इसी बीच, दोनों इलाज के नाम पर लोगों से खूब पैसे वसूलती रहीं।

लेकिन हैरानी की बात यह थी कि उस लड़की को ब्रेन ट्यूमर नहीं था। दोनों अमेरिका इलाज कराने भी नहीं गए थे। दोनों वहां डिज्नीलैंड घूमते और लग्जरी होटलों में रुकते थे। वे प्राइवेट जेट से सफर करते थे और आलीशान जिंदगी जी रहे थे।

मगर कहानी यहीं खत्म नहीं होती। ब्रेन ट्यूमर के इलाज के नाम पर लोगों से पैसे मांग रही लड़की अंदर ही अंदर दूसरी बीमारी की चपेट में आती जा रही थी। क्राउड फंडिग के पैसों से ऐश-मौज करती मां-बेटी इस खतरे से अनजान थी। फिर एक दिन उस लड़की की मौत हो जाती है। लोगों को लगता है कि ब्रेन ट्यूमर के चलते उसकी मौत हुई है। लेकिन अब उसकी मौत के बाद हुई जांच के बाद सारा भेद खुला है।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री भी हुए जालसाजी के शिकार
दरअसल, 16 साल की मेगन और उसकी मां जीन ब्रिटेन में कैंसर और दूसरी गंभीर बीमारियों से पीड़ित बच्चों की मदद के लिए एक चैरिटी ग्रुप चलाती थीं। उन्होंने यह बात फैला रखी थी कि मेगन खुद भी गंभीर ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित है। जिसके चलते लोग बढ़-चढ़ कर इस ग्रुप ‘बिलीव इन मैजिक’ की मदद करने लगे।

ब्रिटेन के मशहूर बैंड ‘वन डायरेक्शन’ ने भी उनके लिए परफॉर्म किया। 2015 में खुद तत्कालीन ब्रिटिश PM डेविड कैमरून ने मेगन को सम्मानित किया। दोनों मां-बेटी को कई बड़े कार्यक्रमों में बुलाया जाने लगा।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री भी हुए जालसाजी के शिकार
दरअसल, 16 साल की मेगन और उसकी मां जीन ब्रिटेन में कैंसर और दूसरी गंभीर बीमारियों से पीड़ित बच्चों की मदद के लिए एक चैरिटी ग्रुप चलाती थीं। उन्होंने यह बात फैला रखी थी कि मेगन खुद भी गंभीर ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित है। जिसके चलते लोग बढ़-चढ़ कर इस ग्रुप ‘बिलीव इन मैजिक’ की मदद करने लगे।

ब्रिटेन के मशहूर बैंड ‘वन डायरेक्शन’ ने भी उनके लिए परफॉर्म किया। 2015 में खुद तत्कालीन ब्रिटिश PM डेविड कैमरून ने मेगन को सम्मानित किया। दोनों मां-बेटी को कई बड़े कार्यक्रमों में बुलाया जाने लगा।

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