जालौन में मंगलवार देर रात ड्यूटी पर तैनात एक सिपाही की बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। सिपाही भेदजीत सिंह उरई कोतवाली की हाईवे स्थित पुलिस चौकी पर ड्यूटी कर रहे थे। तभी रात के करीब डेढ़ बजे संदिग्ध बाइक सवार दिखाई दिए। इस पर सिपाही ने चेहरे पर टॉर्च जलाकर उन्हें रोकने की कोशिश की।
इतने में ही बदमाशों ने सिपाही पर गोली चला दी। हालांकि उस समय सिपाही को गोली नहीं लगी। इसके बाद सिपाही ने हिम्मत दिखाते हुए बाइक का पीछा किया। इस दौरान बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए सिपाही को मौत के घाट उतार दिया।
घटना उरई कोतवाली क्षेत्र के नेशनल हाईवे स्थित गोविंदम ढाबे के पास की है। सूचना मिलते ही SP डॉक्टर ईरज राजा फोर्स और फॉरेंसिंक टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी खंगाल रही है।
मृतक सिपाही भेदजीत सिंह मथुरा के चौरम्बार गांव के रहने वाले थे। भेदजीत पहले भारतीय सेना में थे। 2019 में रिटायर होने के बाद यूपी पुलिस सेवा में आवेदन किया था। इसके बाद उनकी 2021 में यूपी पुलिस में नौकरी लग गई थी। सिपाही की पहली पोस्टिंग उरई कोतवाली में हुई थी। मृतक सिपाही की पत्नी और उसके बच्चे चंडीगढ़ में रहते हैं। जबकि माता-पिता चौरम्बार गांव में रहते हैं। पुलिस ने घटना के जानकारी परिजनों को दी है।
मामले में एसपी डॉक्टर ईरज राजा ने बताया, उरई कोतवाली के हाईवे चौकी पर तैनात सिपाही भेदजीत की गोली मारकर हत्या की गई। सिपाही ने दो लड़कों का पीछा किया, उसी दौरान गोली चली। गोली सिपाही के सिर में लगी है। घटना में सिपाही भेदजीत सिंह की मौके पर ही मौत हुई है। वारदात के खुलासे के लिए चार टीमें लगाई गई हैं। जल्द ही खुलासा किया जाएगा।
वहीं इस घटना को लेकर एडीजी जोन कानपुर आलोक सिंह घटनास्थल पर पहुंचे हैं। साथ में आईजी झांसी जोगिंदर सिंह भी मौजूद है। वहीं झांसी से बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वायड की टीम मौके पर पहुंची है। घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया है।