दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने 6 मई को 6 साल की लड़की के रेप और हत्या से जुड़े केस में एक व्यक्ति को दोषी ठहराया। आरोपी को 2015 में नाबालिग से रेप, अपहरण और हत्या के केस में गिरफ्तार किया गया था। कोर्ट 20 मई को आरोपी की सजा को लेकर अपना फैसला सुनाएगी।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी का नाम रविंदर है। वह एक सीरियल रेपिस्ट और किलर है। वह दिल्ली में मजदूरी करता था और नशे का आदि था। रविंदर ने 7 साल में 30 बच्चों का रेप किया और उन्हें मार दिया था। उसने ज्यादातर रेप दिल्ली-NCR और पश्चिमी यूपी के इलाकों में किए थे।
पुलिस के मुताबिक, रविंदर ने खुद अपना गुनाह कबूल किया था। उसने बताया था कि 2008 में वह उत्तर प्रदेश के कासगंज से दिल्ली आया था। उस समय उसकी उम्र 18 साल थी। उसके पिता प्लम्बर का काम करते थे और मां लोगों के घरों में खाना और साफ-सफाई का काम करती थी। दिल्ली आने के बाद वह शराब और ड्रग्स का आदि हो गया। साथ ही उसको पोर्न वीडियो देखने की लत लग गई।
उसने बताया कि वह हर शाम शराब पीता या ड्रग्स लेता और फिर अपने टारगेट यानी नाबालिग बच्चों की तलाश में निकल जाता था। इसके लिए वो एक दिन में 40 किमी तक पैदल भी चल लेता था। सबसे पहले उसने 2008 में एक बच्ची का रेप कर उसे मार दिया था। पहली बार अपराध करके पकड़े नहीं जाने पर उसकी हिम्मत बढ़ गई। फिर यह उसका रोज का सिलसिला बन गया।
रविंदर ने बताया कि वह बच्चों को पास बुलाने के लिए 10 रुपए के नोट या टॉफी का लालच देता था। फिर उन्हें पकड़कर सुनसान इलाके में ले जाता था। वहां वह उनका रेप करता और बाद में उनकी हत्या कर देता। दोषी ने अपने बयान में बताया कि उसने 7 सालों में 6 से 12 साल की उम्र के बच्चों का रेप किया था।
रवींद्र कुमार को पुलिस ने पहली बार 2014 में पकड़ा था। उस पर 6 साल के बच्चे के अपहरण, हत्या की कोशिश और शारीरिक शोषण का आरोप लगाया गया था। हालांकि बाद में उसे छोड़ दिया गया था। इसके बाद 2015 में 6 साल की बच्ची के अपहरण के केस में जांच कर रही पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। दिल्ली के रोहिणी में सुखबीर नगर बस स्टैंड के पास से उसे पकड़ा गया था।
पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए दर्जनों सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाले थे। मुखबिरों से भी पूछताछ की थी। पुलिस के मुताबिक, रविंदर पर आरोप था कि उसने लड़की का अपहरण करने के बाद रेप किया फिर गला काट कर हत्या कर दी। उस पर यह भी आरोप था कि हत्या के बाद उसने लड़की की बॉडी को सेप्टिक टैंक में फेंक दिया था। इसी केस में कोर्ट ने उसे दोषी ठहराया है।