महाराष्ट्र के अकोला के ओल्ड सिटी थाना इलाके में शनिवार शाम को मामूली विवाद को लेकर दो समुदाय के बीच हिंसक झड़प हो गई। दोनों तरफ के लोगों ने एक-दूसरे पर पत्थर फेंके और वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी भी की। घटना के बाद लोगों ने नारेबाजी भी की। अकोला SP संदीप घुघे ने बताया कि फिलहाल हालात काबू में हैं।
अकोला कलेक्टर नीमा अरोड़ा ने बताया कि मामूली विवाद के बाद हुई हिंसक घटना के बाद पुराने शहर थाने पर भारी भीड़ उमड़ी थी। स्थिति को देखते हुए शहर में धारा 144 लगा दी गई है। दूसरों जिलों से भी पुलिस फोर्स बुलाई गई है।
इससे पहले 29 मार्च को भी छत्रपति संभाजीनगर (पुराना नाम औरंगाबाद) के किराडपुरा इलाके में दो गुटों के बीच झड़प हुई थी। लोगों ने एक-दूसरे पर पथराव किया था। वाहनों में आग भी लगा दी गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस पर भी लोगों ने पथराव किया था। हमले में 10 पुलिसकर्मी समेत 12 लोग घायल हुए थे। इसके एक दिन बाद किराडपुर से लगे इलाके में पत्थरबाजी हुई थी। पुलिस जब हालात पर काबू पाने के लिए पहुंची तो भीड़ ने पथराव किया। पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी थी।
छत्रपति संभाजीनगर की हिंसा के दो दिन बाद 1 अप्रैल को जलगांव में भी दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। रात को कुछ आसामाजिक तत्वों ने एक मूर्ति क्षतिग्रस्त कर दी थी, जिसके बाद दो गुटों आपस में भिड़ गए। सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची और हालात को काबू में किया। पुलिस ने इस मामले में 12 लोगो को हिरासत में लिया था।