बसवराज बोम्मई ने मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा, नए सीएम को चुनने के लिए आज होगी कांग्रेस विधायक दल की बैठक

 

 

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के साथ वापसी करते हुए कांग्रेस ने बीजेपी को दक्षिण भारत में उसके एकमात्र गढ़ से सत्ता से बाहर कर दिया है. बीजेपी  के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर पर सवार होकर कांग्रेस ने शनिवार (13 मई) को स्पष्ट बहुमत के आंकड़े से अधिक सीटें हासिल की हैं. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बीजेपी की हार के बाद राज्यपाल थावरचंद गहलोत को अपना इस्तीफा सौंप दिया.

राज्यपाल से मुलाकात के बाद बोम्मई ने कहा कि राज्यपाल ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. हम लोगों के फैसले को सम्मानपूर्वक स्वीकार करते हैं. उन्होंने कहा कि इस बार 36 फीसदी से ज्यादा वोट मिलने के बावजूद हमें कम सीटें मिली हैं. विश्लेषण किया जा रहा है, लेकिन हार तो हार है. पार्टी में हम नतीजों का विस्तृत विश्लेषण करेंगे और जहां जरूरत होगी, उसमें सुधार करेंगे.

रविवार को होगी कांग्रेस विधायक दल की पहली बैठक

सिद्धरमैया और शिवकुमार दोनों को मुख्यमंत्री पद की दौड़ में माना जा रहा है. कांग्रेस ने कर्नाटक में 10 साल बाद अपने बल पर सत्ता में वापसी की है. सिद्धरमैया 2013 से 2018 तक राज्य के मुख्यमंत्री का पद संभाल चुके हैं. कर्नाटक के कांग्रेस प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला के मुताबिक, कांग्रेस विधायक दल की पहली बैठक रविवार को शाम करीब साढ़े पांच बजे होगी.

कांग्रेस ने बहुमत किया हासिल

कांग्रेस ने बहुमत का 113 सीट का जादुई आंकड़ा पार करते हुए अब तक 135 सीट जीत ली हैं. कांग्रेस को कुल 42.9 प्रतिशत वोट हासिल हुए हैं. बीजेपी का मत प्रतिशत 36.2 फीसदी से मामूली रूप से घटकर 36 फीसदी रह गया, लेकिन इसकी सीट 2018 में 104 के मुकाबले घटकर 66 रह गई है. पिछले साल दिसंबर में  हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी के लिए ये दूसरी हार है.

पीएम मोदी ने दी बधाई

जनता दल (सेक्युलर) ने 19 सीट पर जीत दर्ज की, जिसने पिछले चुनाव में 37 सीट पर कब्जा जमाया था. इस चुनाव में जद (एस) का मत प्रतिशत गिरकर 13.32 प्रतिशत रहा जो पिछले चुनाव में 18 प्रतिशत था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज करने पर कांग्रेस को बधाई दी और लोगों की आंकाक्षाओं को पूरा करने के लिए उसे शुभकामनाएं भी दीं. उन्होंने इस दक्षिणी राज्य में भारतीय जनता पार्टी का समर्थन करने वालों को धन्यवाद दिया और पार्टी कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत करने के लिए सराहना भी की.

बीजेपी को मिली करारी हार

कर्नाटक में सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रही भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के सहारे चुनावी वैतरणी पार करने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सकी. पीएम मोदी ने 10 मई को हुए राज्य की 224 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए 19 रैलियों को संबोधित किया था और छह रोड शो कर बीजेपी के चुनाव प्रचार को आक्रामक रूप दिया था. पार्टी ने उनके अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई शीर्ष नेताओं को राज्य के चुनाव प्रचार में लगाया था.

बोम्मई ने ली हार की जिम्मेदारी

बसवराज बोम्मई ने हार स्वीकार करते हुए कहा कि बीजेपी प्रधानमंत्री और पार्टी कार्यकर्ताओं समेत सभी के प्रयासों के बावजूद इस चुनाव में अपनी छाप छोड़ने में विफल रही है. हार की जिम्मेदारी मेरी है. बोम्मई से जब पूछा गया कि क्या मोदी या शाह का जादू इस चुनाव में नहीं चला तो उन्होंने कहा कि इस बारे में नतीजों के विश्लेषण के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. बोम्मई ने हालांकि कहा कि कांग्रेस की अधिक संगठित चुनावी रणनीति उसकी जीत के कारणों में से एक बड़ी वजह हो सकती है.

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