मुंबई DRI को मिली खुफिया जानकारी के आधार पर, मुंबई ने न्हावा शेवा पोर्ट (जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह) पर प्रतिबंधित सामग्री ले जाने के संदेह में एक कंटेनर की पहचान की. साथ ही जांच के दौरान पता चला की इस कंटेनर में करीब 24 करोड़ रुपये कीमत की प्रतिबंधित सिगरेट की तस्करी की जा रही है.
DRI को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कंटेनर पर संदेह हुआ था उस कंटेनर को एशिया फ्री ट्रेड वेयरहाउसिंग जोन में ट्रांस-शिप किया जाना था. जिसके बाद डीआरआई के अधिकारियों ने उस कंटेनर की आवाजाही पर विशेष निगरानी रखी और पाया कि उस कंटेनर के बंदरगाह से चले जाने के बाद, अपने गंतव्य तक पहुंचने के बजाय, उसे एक निजी गोदाम में ले जाया जा रहा है.
धोखा देने के लिए सिगरेटों को कंटेनर से निकाल लेते थे बाहर
एक अधिकारी ने बताया की उस कंटेनर की आवाजाही की निगरानी कर रहे अधिकारियों ने तुरंत संदिग्ध गतिविधियों को भांप लिया और कंटेनर को गोदाम में रोक लिया. DRI के अधिकारियों ने उस पूरे 40 फीट के कंटेनर को विदेशी सिगरेट से भरा हुआ पाया.
अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक ये वो सिगरेट हैं जो भारतीय मानकों का पालन न करने के कारण भारत में आयात के लिए प्रतिबंधित हैं. इसके अलावा जांच के दौरान यह भी पता चला की यह सिंडिकेट सीमा शुल्क अधिकारियों को धोखा देने के लिए उन सिगरेटों को कंटेनर से बाहर निकाल लेते थे. इसके बाद यह सिंडिकेट सीमा शुल्क अधिकारियों को धोखा देने के लिए उन सिगरेटों को कंटेनर से बाहर निकाल लेते थे.
पांच लोगों को किया है गिरफ्तार
डीआरआई को उस कंटेनर से Esse, Dunhill, Mond और Gudang Garam ब्रांड की विदेशी मूल की सिगरेट की कुल 1.07 करोड़ छड़ें बरामद हुई. इस जांच को सेज बढ़ाते हुए डीआरआई को इसी सिंडिकेट से आयात की गई विभिन्न ब्रांडों के विदेशी मूल के 13 लाख सिगरेट का भंडार दूसरे गोदाम से मिला.विदेशी मूल की सिगरेट की कुल 1.2 करोड़ छड़ें, जिनका अनुमान बाजार मूल्य करीब 24 करोड़ रुपये है. इस मामले में डीआरआई ने अब तक आयातक समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.