राजधानी लखनऊ में देश की पहली नाइट सफारी और नए चिड़ियाघर के स्थापना की सभी बाधाएं दूर हो गई हैं। केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) ने कुकरैल के जंगलों में दोनों की स्थापना के लिए 15 मई को अनुमति पत्र जारी कर दिया है। इसे प्रदेश सरकार की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
1500 करोड़ रुपये की लागत आएगी
दोनों परियोजनाओं पर करीब 1500 करोड़ रुपये की लागत आएगी। सीजेडए का अनुमति पत्र मिलने के बाद अब वन विभाग परियोजनाओं की विस्तृत रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए किसी अंतरराष्ट्रीय स्तर के सलाहकार की सेवाएं लेगा।
सलाहकार नियुक्त करने के लिए भी खुली निविदा से प्रस्ताव मांगे जाएंगे। ये कार्य इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) मोड में किए जाएंगे। यानी, जो फर्म नाइट सफारी व चिड़ियाघर की स्थापना का ठेका लेगी, उसे तय मानकों पर सभी काम खुद करना होगा। इसके लिए ग्लोबल टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे, क्योंकि कोई विशेषज्ञ एजेंसी अभी देश में इस काम के लिए मौजूद नहीं है।