हिंद महासागर क्षेत्र में हमेशा से भारत का प्रभाव रहा है, लेकिन बीते कुछ सालों से चीन इस क्षेत्र में भारत के दबदबे को चुनौती दे रहा है। इसके लिए चीन पाकिस्तान की नौसेना को मजबूत कर रहा है। साथ ही कई अन्य देशों के साथ सहयोग बढ़ाकर वहां अपनी नौसेना की गतिविधियां बढ़ा रहा है। भारत ने चीन को उसी की भाषा में जवाब देने की तैयारी शुरू कर दी है। भारतीय नौसेना की छठी और अंतिम कलवारी श्रेणी की पनडुब्बी वाघशीर ने अपना समुद्री परीक्षण शुरू कर दिया है। उम्मीद जताई जा रही है कि इसे अगले साल की शुरुआत में ही भारतीय नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा
प्रोजेक्ट-75 की छठी पनडुब्बी का समुद्री परीक्षण गुरुवार को ही शुरू हो गया था। बताया जा रहा है कि परीक्षण पूरा होने के बाद वाघशीर को साल 2024 में भारतीय नौसेना को सौंप दिया जाएगा। हिंद महासागर क्षेत्र में चीन लगातार अपने पैर जमाने की कोशिश कर रहा है। इसी को देखते हुए भारत ने समुद्री क्षमता बढ़ाने का फैसला लिया है।