सेंट्रल विस्टा के उद्घाटन में राष्ट्रपति की अनदेखी प्रोटोकाल का उल्लंघन – कांग्रेसियों ने राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
फतेहपुर। संसद के नवीन भवन का उद्घाटन में राष्ट्रपति के प्रोटोकॉल का पालन कराये जाने की मांग को लेकर कांग्रेस ने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर प्रधानमंत्री के हाथों नव निर्मित संसद भवन के उद्घाटन को संसदीय लोकतंत्र के कस्टोडियन का अपमान बताते हुए राष्ट्रपति के हाथों उद्घाटन किये जाने की मांग किया।
शनिवार को कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष मिस्बाहुल हक़ के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपतीं को ज्ञापन भेजकर संसद के नवीन भवन के उद्घाटन में राष्ट्रपतीं के प्रोटोकॉल का पालन कराये जाने की मांग किया। उप जिलाधिकारी सौपे ज्ञापन में बाताया की अनुछेद 79 स्पष्ट करता है कि श्संघ के लिए एक संसद होगी जो राष्ट्रपति और दो सदनों से मिलकर बनेगी और राष्ट्रपति संसदीय लोकतंत्र का कस्टोडियन है। प्रधानमंत्री द्वारा संसद के नये भवन का उद्घाटन करना राष्ट्रपति के प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताया। साथ ही राष्ट्रपति से मांग किया कि उद्घाटन संवैधानिक तौर पर राष्ट्रपति को ही करना चाहिए। ज्ञापन में मांग किया कि राष्ट्रपति व्यक्ति नहीं बल्कि राष्ट्र की प्रमुख हैं इसलिए प्रोटोकॉल का यह उल्लंघन संवैधानिक व्यवस्था का उल्लंघन है। उन्होंने राष्ट्रपतीं से अनुरोध किया कि संवैधानिक व्यवस्था की रक्षा और वंचित समुदायों के सम्मान के लिए आप स्वयं इस अपमान का विरोध कर अपने पद की गरिमा की रक्षा के लिए आवाज़ उठाएं। पूरा देश आपके साथ है। इस मौके पर मोइन चौधरी, सुसूफ अहमद, आशिक़ अली, चन्द्र प्रकाश लोधी, संदीप साहू, आलोक कुमार लोधी, सुमेर पासवान, अब्दुल हफीज, शकीला बानो, शमशाद अहमद, राशिद खान, मोहम्मद आलम, नफीस अहमद आदि रहे। ज्ञापन के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से राष्ट्रपति पद की गरिमा संविधान और संसद की कस्टोडियन के साथ बहाल करने की मांग भी की गई।