फिरोजाबाद में रविवार को एक बेटे ने अपने मां-बाप की गोली मारकर हत्या कर दी। बेटे ने एटा रोड पर हथौली गांव के पास पिता की बाइक रोकी। फिर माता-पिता पर 5 राउंड फायरिंग की। घटना में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। पिता और बड़े बेटे में संपत्ति का विवाद चल रहा था। आरोपी बेटा अभी फरार है। पुलिस ने उसके कुछ साथियों को हिरासत में लिया है। मौके से पुलिस को 315 बोर के 5 खोखे मिले हैं।
मां-बाप छोटे बेटे के साथ रहते थे
रमिया गांव के लोगों ने बताया, राकेश का बड़ा बेटा योगेश झगड़ालू किस्म का है। वह अपने घर पर अक्सर बंटवारे को लेकर झगड़ा करता था। इसके बाद राकेश ने गांव का घर योगेश और 4 बीघा खेत छोटे बेटे सीटू के नाम कर दिया। लेकिन बड़ा बेटा योगेश खेत में भी हिस्सा मांग रहा था। जिसको लेकर पिता-बेटे में विवाद चल रहा था। माता-पिता एटा के नगला में किराए के मकान में छोटे बेटे के साथ रहने लगे। सीटू एटा में रहकर मजदूरी करता था।
पिता बंटाई का पैसा लेकर लौट रहे थे
सीटू के नाम किए गए गांव के 4 बीघा खेत को राकेश ने एक किसान को बंटाई पर दे दिया था। पति-पत्नी बंटाईदार से फसल के रुपए लेकर वापस एटा लौट रहे थे। तभी रास्ते में गांव हथौली के पास योगेश और उसके एक और दोस्त ने अपनी बाइक पिता की बाइक के सामने लगा दी। मजबूरी में पिता को गाड़ी रोकनी पड़ी। तभी योगेश और उसके एक और साथी ने फायरिंग शुरू कर दी। दो बाइक से 4 लोग आए थे। राकेश और गुड्डी ने मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
2 दशक पहले नगला में बसे थे राकेश
राकेश कुमार अपनी पत्नी और बेटों के साथ दो दशक पहले फिरोजाबाद के नगला रमिया में बसे थे। उन्होंने वहां पर 4 बीघा जमीन और दो मकान खरीदा था। इससे पहले राकेश कहां रहते थे इसकी जानकारी किसी को नहीं है। लेकिन ग्रामीण ये बता रहे हैं कि किसी दूसरी गांव से अपना घर और जमीन को बेचकर वह यहां बसे थे। उनके पुस्तैनी गांव छोड़ने की वजह किसी को नहीं पता है।