हरिश्चंद्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित हुआ वित्तीय जागरूकता कार्यक्रम एवं मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज मुंबई और वाणिज्य विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों को दिया गया प्रशिक्षण

रोहित सेठ 

 

 

 

 

निवेश में दूरदर्शी दृष्टिकोण है फायदेमंद : प्रो. जी. सी. आर. जायसवाल

 

वाराणसी 30 मई, भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी), मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (मुंबई) और वाणिज्य विभाग हरिश्चंद्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में 30 मई कों वस्तु बाजार पर वित्तीय जागरूकता विषयक एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया l संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि प्रो. जी. सी. आर. जायसवाल, संकाय प्रमुख, वाणिज्य संकाय, काशी हिंदू विश्वविद्यालय एवं पूर्व कुलपति डॉ राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय एवं पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय उपस्थित रहे l विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि निवेश के लिए शॉर्ट टर्म एप्रोच रखना फायदेमंद नहीं है. उन्होंने कहा कि बाजार के जोखिम को समझना और उसके बारे में पूर्ण विश्लेषण करना हमेशा ही सही रहता है. कार्य्रकम में मुख्य वक्ता के रूप में श्री सुनील मिश्रा, वरिष्ठ प्रबंधक, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज मुंबई ने अपने वक्तव्य में कहा कि सेबी निवेशकों के हित के संरक्षण के लिए समर्पित है. विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि निवेश को आप लाइफ पार्टनर या परिवार के सदस्य की तरह हमेशा अपने पास रख सकते हैं. उन्होंने कहा कि निवेश शुरू करने की कोई उम्र नहीं होती इसलिए छोटी छोटी बचत और निवेश से आप अपना और अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं.

उन्होंने आगे कहा कि निवेश योजना को तीन स्तरों पर बनाना जरूरी है- पहला आपातकालीन स्थिति के लिए, दूसरा परिवार के लिए और तीसरा सेवा निवृत्ति के लिए. निवेश के लिए दूरदर्शी दृष्टिकोण को आवश्यक बताते हुए उन्होंने कहा कि चंद दिनों या महीनों में पैसे को दुगना या अधिक करने जैसे वादे वास्तव में धोखे होते हैं. संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रोफेसर रजनीश कुंवर ने कहा कि निवेश को सही समय पर शुरू करना बेहद आवश्यक है. उन्होंने कहा कि ज्यादा पैसे निवेश करने से ही लाभ मिलेगा यह एक मिथ है. अपनी आवश्यकता और बचत का मूल्यांकन करके ही निवेश करना लाभप्रद भी है और प्रभावी भी. अतिथियों का स्वागत करते हुए उन्होंने आगे कहा कि आज की युवा पीढ़ी जिसे ‘जेनेरशन Z’ भी कहा जा रहा है, बेहद रचनात्मक और आत्मनिर्भर है. ऐसे में निवेश से संबंधित बारीकियों को समझकर यह पीढ़ी समाज निर्माण में अपना और योगदान दे सकती है उन्होंने विद्यार्थियों से मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज एप डाउनलोड करने का आवाहन भी किया . संगोष्ठी के संयोजक प्रोफेसर अशोक कुमार सिंह ने बताया कि संगोष्ठी में कुल 200 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया और संगोष्ठी का उद्देश्य विद्यार्थियों में वित्तीय जागरूकता और कमोडिटी मार्केट के संदर्भ में समझ विकसित करना और रोजगार की संभावनाओं को तलाशना है l संगोष्ठी का संचालन डॉ सोनल सिंह एवं अतिथियों का धन्यवाद प्रोफेसर पंकज कुमार सिंह ने किया l संगोष्ठी में मुख्य रूप से प्रोफेसर रिचा सिंह, प्रोफेसर अनुपम शाही, प्रोफेसर अनिल कुमार, प्रोफेसर विश्वनाथ वर्मा, प्रोफेसर गजेंद्र दास, डॉ राम आशीष यादव, दिव्यानी बरनवाल, अजय गौतम, गरिमा सिंहसहित सभी शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे l

 

Leave A Reply

Your email address will not be published.