कानपुर में स्वरूपनगर थाने के नजदीक स्थित राजकीय महिला शरणालय (नारी निकेतन) में रह रही किशोरी की बुधवार को हैलट अस्पताल में मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि उसकी मौत के बाद उन्हें सूचना दी गई। पिता ने बेटी की मौत की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
बदायूं के मीरा सरायं सिविल लाइंस निवासी 16 साल की किशोरी पिछले साल प्रेमी के साथ घर से चली गई थी। पुलिस ने ढूंढकर बदायूं नारी निकेतन में रखा, लेकिन वहां से दो लड़कियों के गायब होने के बाद किशोरी को कानपुर शिफ्ट कर दिया गया। पिता ने बताया कि दो महीने पहले बात हुई थी, उस समय बेटी पूरी तरह स्वस्थ थी। बुधवार को नारी निकेतन से फोन आया कि उनकी बेटी बीमार है और उसे हैलट में भर्ती कराया गया है। जब बात कराने की बात कही तो मौत की जानकारी दी गई। डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। एसीएम 6 की निगरानी में तीन डॉक्टरों के पैनल और वीडियोग्राफी के साथ पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
जिला प्रोबेशन अधिकारी जयदीप सिंह ने बताया कि दिसंबर में बदायूं से लाया गया था। एक महीने पहले किशोरी की तबीयत बिगड़ी तो हैलट में दिखाया गया। बुधवार को हालत ज्यादा बिगड़ी तो हैलट में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई।
पिता ने बीमारी के इलाज की बात को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने नारी निकेतन के अधिकारियों से बेटी के अबतक के इलाज के दस्तावेज मांगे हैं। साथ ही सवाल किया है कि अगर बेटी बीमार थी तो पहले से उन्हें सूचना क्यों नहीं दी।