ओडिशा रेल हादसे से बचकर आए बिहार के लोगों ने सुनाई आपबीती, शीशा तोड़कर जान बचाई, सामने देखा तो लाश ही लाश नजर आई

 

बिहार: ओडिशा के बालासोर में भीषण रेल हादसे में अब तक बिहार के 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। कई घायल हैं। अधिकतर घायल अपने खर्च पर एंबुलेंस से अपने घर को लौट रहे हैं। बेगूसराय के 4 घायल 36 हजार में एंबुलेंस करके लौट आए हैं, बेगूसराय सदर अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया है। दो का इलाज ओडिशा में चल रहा है। घायल वहां के मंजर को देखकर अब भी सिहर जा रहे हैं।

बेगूसराय के घायलों की पहचान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चिलमिल पंचायत के हरदिया गांव निवासी मो. नसरूल्लाह (18), मो. हैदर (23), मो. आलिया (18) के अलावा चिलमिल गांव निवासी मो. रहमुल्लाह (21), मोहम्मद अखलाक (23), मो. तस्लीम (30) के रूप में हुई है।

 

36 हजार रुपए में एंबुलेंस बुक कर पहुंचे बेगूसराय

घायल मजदूरों ने बताया कि सभी बरौनी स्टेशन से गंगासागर एक्सप्रेस ट्रेन पकड़कर हावड़ा गए थे। हावड़ा से ट्रेन पकड़कर शालीमार गए। शालीमार से कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन पकड़कर चेन्नई जा रहे थे। तभी अचानक शुक्रवार की शाम 07 बजकर 30 मिनट के आसपास हादसा हो गया।

हमलोग किसी तरह से खिड़की का शीशा तोड़कर बाहर निकले। बच्चों की लाश को देखकर हम लोग भी बेहोश हो गए। होश में आने के बाद हम अपने साथियों को ढूंढने लगे। चार ही मिल पाएं। जानकारी मिली कि दो साथियों मो. तसलीम और मो. आलिया को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भेजा गया है।

घटना के बाद मजदूरों ने अपने परिजन और गांव के लोगों को पूरे मामले की जानकारी दी। प्रशासन की ओर से मौके पर कोई खास इंतजाम नहीं किया गया था। ग्रामीणों ने चंदा कर वहां से 36 हजार में एंबुलेंस बुक करा कर घायलों को बेगूसराय लाया गया। फिलहाल सदर अस्पताल में चारों का इलाज चल रहा है।

 

हर तरफ लाश ही लाश थी

मोहम्मद हैदर ने बताया कि पहले झटका लगा, गाड़ी पलटी और लाइट अचानक बंद हो गई। सबकी आंखों के सामने अंधेरा छा गया। ओवरहेड तार भी गिर गया। कई लोगों की मौत बिजली की हाई टेंशन तार के संपर्क में आने से हो गई। हादसे के आधे घंटे के बाद जब किसी तरह हम निकले तो देखा कि हर ओर बस लाश ही लाश है।

वहीं, मो. अखलाक ने बताया कि जब ट्रेन में झटका महसूस हुआ तो हमे लगा कि ब्रेक लगाया गया होगा, लेकिन उस समय ट्रेन का इंजन मालगाड़ी के ऊपर चढ़ चुका था। हम पैर से खिड़की का शीशा तोड़कर बाहर निकले। बाहर निकलने के बाद देखा कि बोगियां लगातार पलट रही है। ट्रेन के डिब्बे क्षतिग्रस्त हो गए थे।

 

हमारी बोगी करीब चार से पांच बार पलटी

मो. नसरूल्लाह ने बताया कि पहले दो ट्रेनों के बीच टक्कर हो चुकी थी, तब तीसरी ट्रेन भी टकरा गई। हम लोग जिस बोगी में थे वो 4 से 5 बार पलट गई। मेरे सामने ही 20 से 22 शव पड़े हुए थे, जिनमें 8 बच्चे थे।

बिहार सरकार ने रेल हादसे में सुरक्षित बचे लोगों को बस से ला रही है। बालासोर से एक बस अररिया के लिए आ रही है, जिसमें 40 यात्री हैं। वहीं दूसरी बस पटना आ रही है, जिसमें 22 लोग हैं।

 

288 पहुंच गई है मृतकों की संख्या

ओडिशा के बालासोर के बहनागा बाजार में शुक्रवार को हुए रेल हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 288 तक पहुंच गई है। 1175 घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया, इनमें से 793 को छुट्टी दे दी गई और 382 का इलाज चल रहा है। दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख, गंभीर रूप से घायलों को दो लाख रुपये और अन्य घायलों को 50,000 रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।

 

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