खागा/फतेहपुर। शासन द्वारा अमृत सरोवर तालाब बनाए जाने के लिए भले ही पानी जैसे धन बहाया गया हो लेकिन आज स्थिति यह है कि इस भीषण गर्मी में सभी तालाबों से धूल उड़ रही है और पशु पक्षी सहित जंगली जानवर बेहाल नजर आ रहे हैं।
मालूम हो कि बीते एक वर्ष पहले से जलस्तर को ध्यान में रखते हुए गांव गांव अमृत सरोवर तालाब का निर्माण कराने के लिए शासन द्वारा पानी जैसे धन बहाया गया है लेकिन आज वह मकसद पूरा नहीं हो पा रहा है क्योंकि इस भीषण गर्मी में सभी तालाबों से धूल उड़ रही है। किसी भी तालाब में पानी नहीं दिखाई दे रहा है। तालाबों में पानी न होने की वजह से जहां पर पक्षी बेहाल नजर आ रहे हैं वही जंगली जानवर भी अपनी प्यास नहीं बुझा पा रहे हैं। ग्राम पंचायत द्वारा इन तालाबों में पानी नहीं भरवाया जा रहा है। नहर के माध्यम से इन तालाबों को पानी से भरवाया जाना था लेकिन बहुत से ऐसे गांव हैं जहां पर नहर है ही नहीं। इस दशा में सभी तालाब सूखे दिख रहे हैं जबकि इन तालाबों के निर्माण कराने में शासन द्वारा काफी धन खर्च किया गया है और इस धन का कोई उपयोग नहीं हो पा रहा है। तालाबों में पानी न होने की वजह से इस भीषण गर्मी में आगजनी की घटनाएं भी घटती रहती है। इनको बुझाने के लिए पानी भी तालाबों में नहीं है। ऐसी स्थिति में गांव आग की चपेट में आ जाता है और लोगों को बेघर होना पड़ता है। अगर देखा जाए तो तहसील क्षेत्र में एक सैकड़ा से कम अमृत सरोवर तालाब नहीं होंगे। जबकि पिछली सरकारों के दौरान आदर्श तालाब के नाम से गांव गांव तालाब का निर्माण कराया गया था लेकिन वह भी तालाब आज सूखे दिख रहे हैं। खंड विकास अधिकारी विजयीपुर शकील अहमद ने बताया कि तालाबों में पानी भरवाने का बजट का कोई प्रावधान नहीं है। बरसात ने स्वतः ही पानी भर जायेगा।