मुन्ना बक्श ब्यूरो चीफ
बांदा।जिला मीडिया प्रभारी मितेश कुमार ने अवगत कराया कि केन जल आरती का कार्यक्रम कई वर्षों से निरंतर प्रत्येक मंगलवार को विश्व हिंदू महासंघ गौ रक्षा समिति के तत्वाधान में आयोजित किया जा रहा है। इसी के क्रम में मंगलवार 06 जून को भी विधि – विधान के साथ केन जल आरती संपन्न की गई।
आपको अवगत करा दे कि केन जल आरती में जिले के वरिष्ठ लोग तथा अधिकारीगण भी मौजूद होने समय – समय पर आते है तथा आम जनमानस भी इससे काफी प्रभावित हुआ है तथा आरती में सम्मिलित होने के लिए सभी लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
विश्व हिंदू महासंघ गौ रक्षा समिति के जिलाध्यक्ष महेश प्रजापति ने सभी आम जनमानस से अपील करते हुए कहा कि केन हमारी जीवनदायनी नदी है और इसको गंदा न करें। इसका जल हम सभी के घरों में जाता है और इसी से हम सभी जिले वासी अपनी जरूरत को पूरा करते हैं। अगर हम जीवनदायनी केन को कचरा डालकर गंदा करेंगे तो यह हमारे लिए ही जल का संकट उत्पन्न हो सकता है और पीने के लिए भी स्वच्छ पानी प्राप्त करना एक चुनौती बन सकता है। अतः समिति सभी से आग्रह करती है कि केन नदी को गंदा न करें और इसे स्वच्छ रखने में समिति के साथ आगे आकर मदद करें जिससे हम सभी को स्वच्छ जल प्राप्त होता रहे।
जिलाध्यक्ष ने नगर पालिका तथा जिला प्रशासन से भी अपील करते हुए कहा कि जो गंदे नालों का पानी नदी में आता है और कचरा बहकर नदी में समाहित होता है उसके लिए जल्द ही आवश्यक कदम उठाया जाना चाहिए अन्यथा नदी का जल ऐसे ही अशुद्ध और मलीन होता रहेगा और धीरे – धीरे पानी पीने योग्य भी नही रह जायेगा। अतः सभी लोग इसको एक आवश्यक तथा जनमानस के लिए हितकर समझकर एक नई योजना बनाकर इस समस्या का निदान करें।
इस दौरान कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्याम जी निगम, अध्यक्ष, बुंदेलखंड पर्यटन विकास समिति, नीरज निगम अध्यक्ष बुंदेलखंड, जिला महामंत्री राकेश कुमार त्रिपाठी जिला उपाध्यक्ष आलोक प्रजापति सभासद अमित प्रजापति नगर कोषा अध्यक्ष व्यापार मंडल महेश प्रसाद गुप्ता नगर अध्यक्ष कुलदीप नामदेव गोपाल शर्मा संतोष श्रीवास्तव बुंदेलखंड महामंत्री, धर्मेंद्र सिंह जिलाध्यक्ष, शिवम श्रीवास्तव जिला उपाध्यक्ष, पंकज निगम ज्ञानू, अंशु निगम, महेश गुप्ता , जिला मीडिया प्रभारी मितेश कुमार, जिला प्रचार मंत्री रजनीश प्रजापति, राकेश कुमार त्रिपाठी, आलोक प्रजापति, कुलदीप नामदेव, श्रुतिकीर्ति गुप्ता, सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।