ऑटो पर अचानक गिरी दीवार ड्राइवर की हुई मौत, होटल के पास से गुजर रहा था, आधे घंटे तक मलबे में दबा रहा यूवक
राजस्थान के भरतपुर में एक चलते ऑटो पर अचानक से दीवार गिर गई। इस हादसे के बाद ड्राइवर करीब 30 मिनट तक मलबे में दबा रहा। लेकिन, जब उसे रेस्क्यू कर निकाला तो मौत हो चुकी थी।
इधर, घटना के बाद पूरी सड़क पर मलबा फैल गया। ये दीवार एक होटल की थी। हादसे के बाद परिजन कार्रवाई करने की मांग को लेकर होटल में धरने पर बैठ गए।
मामला मथुरा गेट थाना इलाके के सारस चौराहे के पास शनिवार सुबह 6 बजे का है। ये दीवार क्रेन क्राइव होटल की है। वहीं ये पूरी घटना होटल के सामने एक मकान में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई।
पुलिस के अनुसार अजीत नगर निवासी ओमप्रकाश (40) ऑटो ड्राइवर है। हर रोज की तरह शनिवार सुबह भी वह ऑटो लेकर सवारियों को छोड़ने निकला था। वह जैसे ही क्रेन क्राइव होटल के पास से गुजरा तो अचानक से दीवार का एक हिस्सा ढहने लगा।
ओमप्रकाश ऑटो में था तो उसे इसका अंदाजा नहीं था कि पूरी दीवार ढहने वाली है। जैसे ही वह आगे बढ़ा पूरी दीवार एक साथ ढह गई और ऑटो पर गिर गई। इसके बाद ओमप्रकाश ऑटो समेत मलबे में दब गया।
हादसा देख आस-पास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। वहीं स्थानीय सिविल डिफेंस की टीम भी मौके पर पहुंची और करीब साढ़े 6 बजे ओमप्रकाश को मलबे से बाहर निकाला। इस पर उसे आरबीएम अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
घटना की जानकारी मिलने के बाद मंत्री विश्चेंद्र सिंह और सुभाष गर्ग भी मौके पर पहुंचे। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से जेसीबी को बुला मलबा हटाने का काम शुरू किया गया।
अधिकारियों ने बातया कि होटल के बगल में एक दीवार है, जो होटल को एक तरफ से कवर करती है। दीवार करीब 40 मीटर लंबी और 40 फुट ऊंची थी। होटल का मालिक कृष्ण कुमार है जो विदेश में रहते हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि पानी की वजह से दीवार में सीलन से दरारें आ गई थी। ऐसे में जेसीबी की मदद से दीवार के दूसरे हिस्से को भी गिराया गया है। इसके साथ ही मामले की जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि ओमप्रकाश के दो छोटे बच्चे हैं। शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है। वहीं घटना के बाद ओमप्रकाश के परिजन होटल के बाहर सड़क पर पत्थर लगाकर जाम लगाने की कोशिश की। लेकिन, पुलिस ने सभी को वहां से हटाया। इसके बाद परिवार के लोग होटल के अंदर धरना देकर बैठ गए।