मध्य प्रदेश के छतरपुर में दलित दूल्हे का घोड़े पर बैठकर रास/घुमाई करना दबंगों को पसंद नहीं आया। उन्होंने बरात पर पथराव किया। इसमें कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने बरातियों की शिकायत पर 50 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करने का दावा किया जा रहा है।
मामला बक्सवाहा थाना क्षेत्र के चौरई ग्राम का है। रितेश अहिरवार की शादी है। देवी पूजन के लिए उसने घोड़े पर बैठकर रास/घुमाई निकाली। यह दबंगों को पसंद नहीं आया। पहले तो विवाद हुआ। फिर दबंगों ने पथराव कर दिया। सूत्रों का कहना है कि हमलावर ज्यादातर यादव समाज के हैं। बाद में एसपी अमित सांघी खुद गांव पहुंचे। दो थाना प्रभारियों की 15 सदस्यीय टीम के साथ बरात सागर जिले के शाहगढ़ के लिए रवाना हुई। पुलिस ने खुद फरियादी बनकर शिकायत दर्ज की है। बलवा, मारपीट के साथ-साथ एससी/एसटी एक्ट के तहत यह मुकदमा दर्ज किया गया है। सुबह चार बजे तक तो एफआईआर दर्ज करने का सिलसिला चलता रहा। एसपी अमित सांघी ने बताया कि पथराव में आम लोगों को चोटें नहीं आई हैं। एसडीओपी समेत कुछ पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं। प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तारियां की जा रही हैं। उपद्रव को रोकने के लिए कार्यवाही की जा रही है।
बड़ामलहरा क्षेत्र के डीएसपी शशांक जैन ने बताया कि बकस्वाहा थाना अक्षेत्र के चौरई गांव से दलित दूल्हे की बरात सागर जिले के शाहगढ़ जा रही थी। रस्मो-रिवाज के बाद गांव में घोड़े पर बैठकर दूल्हे की रास फैराई/घुमाई होनी थी। इस पर गांव के कथित समुदाय के लोगों ने मिलकर विरोध कर हंगामा और बलवा किया। मामले की जानकारी लगने पर पुलिस बल मौके पर पहुंचा। स्थिति संभाली और पुलिस सुरक्षा में रास फिराई। तब कहीं जाकर देर शाम बारात शाहगढ़ को रवाना हुई। बरात मंगलवार को लौटी, जिसे सुरक्षा प्रदान की गई है। शादी के बाद के अन्य कार्यक्रम पुलिस सुरक्षा में किए गए।
इन धाराओं में मामला दर्ज
आरोपियों पर रास्ता रोकना, बलवा का प्रयास, बलवा करना, पथराव करना, संपत्ति को नुकसान पहुंचाना, मारपीट करना, धमकी देना, एससी/एसटी एक्ट की विभिन्न धाराओं सहित अन्य धाराओं 341, 353, 333, 147, 148, 149, 150, 152, 427 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों की तलाश जारी है। उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। सुरक्षा के लिहाज से अभी आरोपियों के नाम उजागर नहीं किए हैं। गिरफ्तार करने के बाद नाम सार्वजनिक किए जाएंगे।
कमलनाथ का सवाल- बार-बार प्रदेश में क्यों हो रही हैं ऐसी घटनाएं
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि छतरपुर जिले में पुलिस की उपस्थिति के बावजूद अनुसूचित जाति के दूल्हे की बरात पर पथराव किए जाने का मामला अत्यंत गंभीर है। यद्यपि बाद में पुलिस सुरक्षा में बरात निकाली गई, लेकिन चिंता का विषय है कि इस तरह की प्रवृत्ति बार-बार मध्यप्रदेश में देखने को क्यों मिल रही है? यह सिर्फ एक बरात का मामला नहीं बल्कि अनुसूचित जाति के साथ सामाजिक न्याय का मामला है। अगर शिवराज सरकार समाज के वंचित वर्ग को समाज में सम्मान से जीने का अधिकार नहीं दे सकती तो फिर प्रदेश की कानून व्यवस्था के बारे में कुछ भी कहने को नहीं रह जाता। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं इस मामले में सख्त कार्यवाही करें और सामाजिक समरसता के लिए विशेष अभियान चलाएं।