उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल ने भारतीय रुपया के जाली नोटों की तस्करी करने वाले गिरोह के सरगना को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है। एसटीएफ सूत्रों ने बताया कि 24 अगस्त, 2018 को एसटीएफ ने पश्चिम बंगाल के फरक्का और मालदा में चार बदमाशों को गिरफ्तार किया था। उनका गिरोह 500 तथा 2,000 रुपये के जाली नोटों की पूरे देश में तस्करी करता था। गिरोह के सदस्यों से पूछताछ में पश्चिम बंगाल के मालदा निवासी मिथुन सलाउद्दीन मियां की संलिप्तता के संबंध में जानकारी मिली।उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के थाना कोतवाली नगर, बिसन्डा, अतर्रा तथा नरैनी में 2014 से 2017 के दौरान जाली नोटों के कारोबार के विभिन्न मामलों में गिरफ्तार अभियुक्तों ने भी स्वीकार किया है कि मियां ही उन्हें जाली नोटों की आपूर्ति करता था। इस सिलसिले में मियां पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था।मियां की गिरफ्तारी के लिये एसटीएफ की एक टीम मालदा भेजी गयी थी, जिसने दो फरवरी, 2019 को उसके घर दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया। मियां ने पूछताछ में बताया कि जाली नोट बांग्लादेश के रास्ते पश्चिम बंगाल लाये जाते हैं। गिरोह चलाने में जिया उल हक नामक व्यक्ति उसकी मदद करता है। वह बांग्लादेश से जाली नोट मंगाता है और उन्हें बाजार में चलन में डालने की जिम्मेदारी मियां की होती है।मियां को तीन दिन की ट्रांजिट रिमाण्ड पर बांदा लाया जा रहा है। अभियुक्त के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई जनपद बांदा पुलिस, एनआईए तथा एटीएस लखनऊ द्वारा की जायेगी।