बेंगलुरु की एक सोसाइटी के लोगों और सिक्योरिटी गार्ड्स ने एक फूड डिलीवरी एजेंट की पिटाई कर दी। दरअसल, सोसाइटी की एक 8 साल की बच्ची ने इस एजेंट पर आरोप लगाया था कि वह उसे जबरदस्ती छत पर ले गया था।
बच्ची की शिकायत के बाद लोगों ने डिलीवरी एजेंट को बहुत मारा। लेकिन जब बच्ची की शिकायत की पुष्टि के लिए CCTV फुटेज खंगाला गया, तो उसमें दिखा कि बच्ची अकेले ही छत पर खेलने गई थी। उसने डांट से बचने के लिए झूठ बोला था।
पढ़िए पूरा मामला…
यह मामला इस हफ्ते की शुरुआत में इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी इलाके का है। यहां की एक सोसाइटी में बच्ची जब घर पर नहीं मिली, तो पेरेंट्स उसे ढूंढते हुए छत पर पहुंचे। बच्ची ने बताया कि डिलीवरी एजेंट उसे यहां लाया था।
बच्ची ने यह भी कहा कि बचने के लिए उसने डिलीवरी एजेंट के हाथ को दांत से काटा। गुस्साए पेरेंट्स ने सिक्योरिटी गार्ड्स को फोन करके अपार्टमेंट के गेट बंद करवाए। इसके बाद बच्ची ने कैंपस में मौजूद डिलीवरी बॉय को पहचाना और पेरेंट्स को बताया।
पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस के आने के पहले ही लोगों ने डिलीवरी एजेंट की पिटाई कर दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जब CCTV फुटेज खंगाला तो उसमें दिखा कि बच्ची खुद ही छत पर गई थी। छत पर मिलने के बाद उसने अपने माता-पिता से झूठ बोला था।
पढ़ाई छोड़कर खेलने गई थी बच्ची, इसलिए झूठ बोला
जब पुलिस ने बच्ची से पूछा कि उसने झूठी शिकायत क्यों की, तो उसने बताया कि वह क्लास के समय में खेलने चली गई थी। उसे डर था कि पेरेंट्स उसे मारेंगे, इसलिए उसने झूठ बोला दिया।
डिलीवरी एजेंट बोला- अगर CCTV कैमरा न होता तो मैं क्या करता
मीडिया से बात करते हुए डिलीवरी एजेंट ने कहा कि बच्ची के माता-पिता के साथ मौजूद हर व्यक्ति ने मुझे मारा। सिक्योरिटी गार्ड्स ने भी पीटा। मैं नहीं जानता बच्ची ने झूठा आरोप क्यों लगाया?
एजेंट ने कहा कि मैं पुलिस का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने CCTV फुटेज देखा, जिसकी मदद से मैं बेगुनाह साबित हुआ। मेरी सबसे बड़ी चिंता ये है कि अगर वहां CCTV कैमरा न होता तो मैं क्या करता।