सीआइआइ प्रवक्ता के हवाले से कहा है कि फिकाह-ए-जाफरिया, मलिकी और शफी के विचार और शरीयत के अनुसार, एक महिला को बिना पुरुष रिश्तेदार के भी हज करने की अनुमति है।
बिना मरहम हज पर जा सकती है महिलाएं
अब कोई भी महिला जिसके पास माता-पिता या पति की अनुमति है वो बिना महरम हज पर जा सकती हैं। इस्लाम में महरम वो पुरुष होता है जो महिला का पति या खून के रिश्ते में हो।
सऊदी अरब में पिछले साल ही हज के नियम में बदलाव के बाद महिलाओं को अकेले हज पर जाने की अनुमति मिली थी। इससे पूर्व महिलाएं महरम के साथ ही हज पर जा सकती थीं।