बाढ़ में बच्ची को कंधे पर बिठाकर अस्पताल पहुंचाया,10 हजार लोग फंसे; नींद से जगे तो डूब चुका था शहर, छतों पर बैठकर बचाई जान
सांचौर, राजस्थान का वो इलाका है, जहां अरब सागर से उठे तूफान ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई। करीब 36 घंटे तक लगातार इतनी बारिश हुई कि देखते ही देखते पूरा शहर डूब गया। नर्मदा लिफ्ट कैनाल की पाल और सुरावा बांध टूटने से सांचौर के 25 गांव उस पानी में समा गए।
शहर की बस्तियां 10-10 फीट तक पानी में डूब गईं, जहां से निकलना मुमकिन नहीं था। करीब 10 हजार से ज्यादा लोग दो दिन तक अपने घरों में फंसे रहे। किसी ने छत पर बैठकर अपनी जान बचाई तो एक शख्स ने अपनी बीमार दोहिती को बचाने के लिए उसे कंधे पर लादकर अस्पताल पहुंचाया। उधर दूध, बिजली और सब्जियों की सप्लाई ठप पड़ गई तो लोगों को भूखे रहने के लिए भी मजबूर होना पड़ा।
मची तबाही और वहां के हालात जानने ग्राउंड जीरो पर पहुंची। हमने SDRF की रेस्क्यू टीमों के साथ उनकी बोट में सवार होकर बाढ़ग्रस्त इलाकों में फंसे लोगों का दर्द जानने की कोशिश की।