मांगों को लेकर बैंक कर्मियों ने की दो दिवसीय हड़ताल शुरू – बड़ौदा यूपी बैंक क्षेत्रीय कार्यालय में किया प्रदर्शन
फतेहपुर। आवास ऋण सुविधा प्रदान किए जाने सहित अन्य मांगों को लेकर बड़ौदा यूपी बैंक क्षेत्रीय कार्यालय में कर्मचारियों ने दो दिवसीय हड़ताल का आयोजन किया तत्पश्चात अपनी आवाज बुलंद करते हुए सभी मांगों को पूरा किए जाने की आवाज उठाई।
ऑल इंडिया रूरल बैंक एंप्लॉयज यूनियन एवं ऑफिसर एसोसिएशन के कार्मिक बड़ौदा यूपी बैंक क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे जहां अपनी मांगों को लेकर दो प्रदर्शन करते हुए वक्ताओं ने कहा कि विगत तीन वित्तीय वर्षों से बैंक में हमारे प्रवर्तक बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा सीधी भर्ती से किसी भी कार्मिकों की नियुक्ति नहीं की गई है जबकि इन तीन वर्षों में बैंक का सकल व्यवसाय पैंतालीस हजार करोड से बढ़कर पच्चासी हजार करोड़ से भी अधिक हो गया है। विगत तीन वर्षाे पहले बैंक में 8500 का स्टाफ था, जो वर्तमान में कार्मिकों के सेवानिवृत्त होने के कारण 7600 ही रह गया है। जबकि सरकार प्रायोजित योजनाओं एवं प्रबंधन तंत्र द्वारा लगातार काम बढ़ाया जा रहा है, जिससे बचे हुए स्टाफ कार्मिकों में काम का दबाव बढ़ने के कारण स्टाफ मानसिक एवं शारीरिक रूप से पीड़ित एवं तनाव ग्रस्त महसूस कर रहा है। बैंक के कार्यों में लगातार हो रही वृद्धि को ध्यान में रखते हुए बैंक में कार्यालय सहायक एवं बैंकिंग अधिकारियों की भी भर्ती हेतु आईबीपीएस को रिपोर्ट करें अन्यथा केंद्रीय नेतृत्व के आवाहन में अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने के लिए विवश होना पड़ेगा। प्रबंधन तंत्र द्वारा लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु अनैतिक कार्यशैली को करने हेतु कार्मिकों को विवश अथवा निर्देशित न किया जाए और इसे पूर्ण तरह से बंद किया जाए, प्रबन्धन तंत्र द्वारा कार्यालय परिचारक की भर्ती की जाए एवं इन पदों पर बाहरी व्यक्तियों से काम कराने की व्यवस्था को बंद किया जाए, भारत सरकार द्वारा जारी ग्रामीण बैंकों को कर्मचारी एवं अधिकारी सेवा नियामावली में स्केल 5 (सहायक महाप्रबंधक) स्तर तक ग्रामीण बैंकों के कर्मियों को नियुक्त करने का प्रावधान है जबकि इसके विपरीत बैंक ऑफ बड़ौदा प्रवर्तक बैंक द्वारा अपने अधिकारियों को यहां इन पदों पर प्रतिनियुक्त किया जा रहा है जो कि भारत सरकार द्वारा जारी नियमावली का पूर्ण उलंघन है। इसलिए स्केल 5 बैंक ऑफ बड़ौदा से आए अधिकारियों की वापसी की जाए, बैंक के स्टाफ को प्रदेश से बाहर अन्य प्रदेशों के लिए भी स्टाफ आवास ऋण सुविधा प्रदान की जाए, बैंक के 85 हजार करोड़ के व्यवसाय एवं 1982 शाखाओं को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार एवम नाबार्ड द्वारा गठित की गई मित्रा समिति की सिफारिशों को लागू करते हुए पर्याप्त स्टाफ की भर्ती बैंक में की जाए। जिससे संस्था को मजबूत किया जा सके। इस मौके पर आफिसर एसोसिएशन के महामंत्री गोपाल त्रिवेदी, एंप्लाय यूनियन के महामंत्री देवराज वर्मा, नीरज सोनी, लक्ष्य सिंह राठौर, धैर्य नारायण झा, प्रदीप कुमार, हरीश चंद्र जोशी, अंकित तिवारी, विकास द्विवेदी, अमित मुखर्जी, वैभव निगम, रोशन सिंह चौहान, अंबिकेश मिश्रा भी मौजूद रहे।