लखनऊ में भीसड़ गर्मी से अस्पतालों में लगी लम्बी लाइन, बलिया में 4 दिन में हुई 69 मौते

 

उत्तर प्रदेश भीषण गर्मी की चपेट में है। बलिया में 4 दिन में 69 की मौत हो चुकी है। मरीज हीट स्ट्रोक, डायरिया, डिहाइड्रेशन के सामने आ रहे हैं। खुद CM योगी और डिप्टी CM ब्रजेश पाठक अस्पतालों में सभी व्यवस्थाओं पर नजर बनाए हैं। लेकिन, अस्पतालों की व्यवस्था ऐसी है कि मरीज और तीमारदार परेशान भटक रहे हैं। लखनऊ की बात करें तो पिछले 15 दिनों से पारा 40°C से पार है। OPD में पर्चा बनवाने से लेकर गर्मी से परेशान मरीजों को भर्ती कराने तक में जद्दोजहद करनी पड़ रही है। वहीं अस्पताल प्रशासन सब कुछ दुरुस्त होने के दावे कर रहा है।

टॉप-3 सरकारी अस्पतालों का सोमवार को जायजा लिया। इस दौरान मरीजों और तीमारदारों से बात करने के अलावा अस्पताल के प्रशासनिक अफसरों से भी बात की। रोजाना आने वाले हीट स्ट्रोक के मरीजों के बारे में जानकारी ली।

लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में OPD से लेकर इमरजेंसी तक में मरीजों की लंबी लाइन है। सबसे ज्यादा मरीज फिजीशियन डॉक्टर के चैम्बर के बाहर लाइन में है। हीट स्ट्रोक जैसे लक्षणों के कारण बेहाल हुए इन मरीजों में से कुछ को भर्ती करने की जरूरत भी पड़ रही है। इस बीच OPD की भारी भीड़ मरीज और तीमारदार और हलकान कर दे रही है।

दवा काउंटर पर भी है लंबी लाइन 
लखनऊ के दुर्गापुरी कॉलोनी से आए राकेश यादव ने बताया कि पत्नी को 2 दिन से पेट में दर्द, उल्टी और दस्त होने के कारण अस्पताल लेकर पहुंचे। बलरामपुर अस्पताल में भारी भीड़ है। किसी तरह डॉक्टर को दिखा दिया। लेकिन, दवा काउंटर तक जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। दवा देने के बाद राहत नहीं मिलेगी तो भर्ती कराना पड़ेगा।

बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. रमेश गोयल का कहना है कि कुछ दिनों से डायरिया और डिहाइड्रेशन के मरीज बढ़े हैं। लेकिन, अभी हालात बेकाबू नहीं हुए हैं। रोजाना 500 से 600 तक गर्मी से बेहाल मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। इन मरीजों के इलाज में पूरी सजगता बरती जा रही है। गंभीर हालत में आने वाले मरीजों को इमरजेंसी में भर्ती करके ड्रिप चढ़ाई जा रही है। मामूली सावधानी बरतने से ही गंभीर होने से बचा जा सकता है।

कानपुर रोड स्थित राजनारायण लोकबंधु अस्पताल में भी कमोवेश यही हालात दिखें। अस्पताल प्रशासन के लाख दावों के बावजूद यहां भी मरीजों की समस्याएं कम होती नहीं दिखी। इमरजेंसी में इन मरीजों की सुनवाई में भी देरी ही नजर आई। हालांकि OPD में आने वाले मरीजों को डॉक्टर दवाई लिखने के साथ ही सख्त हिदायत भी देते हुए नजर आए।

राजधानी के वीवीआइपी इलाके में बने श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में भी सुबह 8 बजे से OPD के फिजिशियन क्लीनिक में मरीजों की आमद शुरू हो गई हैं। इस कुछ बुजुर्ग मरीजों को प्राथमिकता से देखते हुए डॉक्टर इलाज के साथ सावधानी बरतने की भी सलाह दे रहे हैं। शरीर मे पानी की कमी न होने देने की बात कहते हैं लिक्विड डाइट यानी तरल पदार्थ के सेवन पर ज्यादा जोर देते हैं।

अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि रोजाना 300 तक डिहाइड्रेशन वाले मरीज अस्पताल आ रहे हैं, पर हमारी तैयारी पूरी है। मरीजों के लिए कहीं कोई समस्या नहीं है। आम दिनों में भी इस अस्पताल में ज्यादा भीड़ होती है, पर मरीजों को कोई समस्या न हो इसका पूरा ख्याल रखा जाता है। अस्पताल में दवा का स्टॉक भी पूरा है। मरीजों की संख्या बढ़ती है, तब भी उनके इलाज में कोई समस्या नहीं आएगी।

लोहिया संस्थान के मेडिसिन डिपार्टमेंट के चिकित्सक डॉ. शोभित शाक्य कहते हैं कि हीट स्ट्रोक की चपेट में आने के बाद गंभीर परिणाम हो सकते हैं, लेकिन हमारा फोकस इसके बचाव में होना चाहिए। थोड़ी सावधानी बरतने से गर्मी के प्रकोप से बचा जा सकता है। हफ्तेभर में मानसून दस्तक दे देगा। फिर हालात सामान्य हो जाएंगे। फिलहाल थोड़ा अलर्टनेस जरूरी है। शरीर में पानी की कमी न होने दें। इसके लिए घर से बाहर निकले तो भी अपने साथ जरूर पानी की बोतल लेकर जाएं। हालात बिगड़ने पर डॉक्टर की सलाह लें और अस्पताल में भर्ती होने में देर न करें। समय पर हॉस्पिटल में भर्ती कराने से कहीं कोई समस्या नहीं होगी, पर देरी करने से समस्या गंभीर हो सकती है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.